चमकेंगी बूंदी की सड़कें, तालाबों का होगा पुनर्निर्माण, लोकसभा स्पीकर की पहल पर आदेश जारी

बूंदी जिले के लोगों की बरसों पुरानी सड़कों की मांग पूरी होने जा रही है लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के प्रयासो से केंद्रीय सड़क नीधि से बनेंगी 183 करोड़ की सड़कें, तालाबों का भी होगा पुनर्निर्माण.

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ओम बिरला (फाइल फोटो)

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के प्रयासों से बूंदी जिले के लोगों की बरसों पुरानी सड़कों की मांग पूरी होने जा रही है. स्पीकर बिरला की कोशिशों से केंद्रीय सड़क निधि से 183.17 करोड रुपए की लागत से तीन बहुप्रतिक्षित सड़कों के निर्माण का कार्यादेश जारी हो गया है. अब जल्द ही इसका निर्माण कार्य भी प्रारंभ होगा. बूंदी और केशोरायपाटन क्षेत्र के लोग लंबे समय से स्टेट हाइवे संख्या 37-ए पर भैरूपुरा ओझा से रोटेदा सड़क के निर्माण की मांग कर रहे थे. क्षेत्र की आवश्यकताओं को देखते हुए स्पीकर बिरला ने केंद्रीय सड़क निधि से इसकी स्वीकृति करवाई थी. अब भैरूपुरा ओझा से जखाना, करवाला, जायस्थल, अरनेठा, अनंतपुरा बालोद होते हुए रोटेदा 46.50 किमी लम्बी इस सड़क के चौड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण कार्य का जल्द प्रारंभ होगा.

इसी प्रकार केशोरायपाटन विधानसभा क्षेत्र की बांसी-इंदरगढ़ सड़क का भी चौड़ीकरण व सुदृढ़िकरण का काम जल्द प्रारंभ होगा. इसे 26.15 किमी लम्बी सड़क का चौड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण कार्य 63.76 करोड रुपए की लागत से किया जाएगा. इसके बाद बांसी से देई, खजूरी, पीपरवाला, करवर होते हुए इंद्रगढ़ आना-जाना काफी सरल हो जाएगा.

केशवरायपाटन क्षेत्र में ही अरनेठा से गेंडोली तक 19.90 किमी लंबी सड़क भी 42.87 करोड़ की लागत से बनेगी. यह सड़क अरनेठा से जयस्थल, करवाल की झोपड़ियां झाली जी का बाराना तथा इंद्रगढ़ को जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी. दर्शनों के लिए इंद्रगढ़ माता जी जाने वाले श्रद्धालुओं का इस सड़क पर काफी आवागमन रहता है, इससे उन्हें भी सहूलियत मिलेगी.

तालाबों का होगा पुनर्निर्माण 

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के प्रयासों से बूंदी जिले में 19 तालाबों, एनिकट और वर्षा जल संचयन संरचनाओं के पुनर्निर्माण का काम जल्द प्रारंभ होगा. भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय से स्वीकृति के बाद इनके जीर्णोद्धार के लिए वित्तीय एवं प्रशासनिक स्वीकृति जारी कर दी है.

स्पीकर बिरला का प्रयास है कि ग्रामीण क्षेत्रों में खेती-किसानी के संसाधनों को मजबूत किया जाए ताकि हमारे किसान सशक्त हों और उनकी आय बढ़ सके.

इसी के तहत उन्होंने बूंदी जिले में 19 तालाब, एनीकट तथा वर्षा जल संचयन संरचनाओं को किसानों और ग्रामीणों से चर्चा कर चिन्हित किया था जिनकी मरम्मत आवश्यक थी. यह काम होने के बाद अब क्षेत्र और खेतों को पर्याप्त पानी उपलब्ध हो सकेगा.

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स्वीकृती के अनुसार केशोरायपाटन विधानसभा क्षेत्र में 53.68 लख रुपए की लागत से मोहनपुरा तालाब, 51.49 लाख रुपए की लागत से बलवन तालाब, एक करोड रुपए की लागत से लबान तालाब, एक करोड़ की लागत से देईखेड़ा तालाब, 50 लाख की लागत से चरडाना का तालाब, 50 लाख की लागत से बड़ाखेड़ा का तालाब, 50 लाख की लागत से बलकासा का तालाब तथा 50 लाख की लागत से जालोदा तालाब का पुनर्निर्माण होगा. इसी प्रकार बूंदी विधानसभा क्षेत्र में रामनगर एमआईपी का भी मरम्मत 1.61 करोड़ रुपए की लागत से किया जाएगा. 

इसके अलावा तालेड़ा तहसील के लांबाखोह टैंक 2.20 करोड़, डाबी एमआईपी का 1.77 करोड़, केवड़िया महादेव वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर 2.17 करोड़, डोरा वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर 1.26 करोड़, गणेशपुरा बरफू टैंक 1.44 करोड़, धनेश्वर टैंक 1.82 करोड़, गुवार टैंक  3.45 करोड़, पलका अपर टैंक 1.66 करोड़ तथा पलका लोअर टैंक 1.48 करोड़ रूपए से पुनर्निर्माण किया जाएगा. डोरा एनिकट की भी 61 लाख रुपए की लागत से दशा सुधारी जाएगी.

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वित्त विभाग को भेजा तालाब का प्रस्ताव

तालेड़ा तहसील में आने वाले चांदा का तालाब का कार्य भी 7.66 करोड़ रूपए की लागत से होना है. इसकी राशि 5 करोड़ से अधिक होने के कारण इसे स्वीकृति के लिए वित्त विभाग को भेजा गया है. स्वीकृति मिलते ही इसका तालाब का काम भी प्रारंभ हो जाएगा.

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