केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के खिलाफ मुकदमा दर्ज, नफरती भाषण देने के आरोप

केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के खिलाफ सिरोही में हेटस्पीच के मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. आरोप है कि उन्होंने बीते दिनों सिरोही में सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने वाला भाषण दिया था.

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केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत (फ़ाइल फ़ोटो )
SIROHI:

केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के खिलाफ नफरती भाषण देने के मामले में मुक़दमा दर्ज हुआ है. उनके खिलाफ यह मुकदमा राजस्थान के सिरोही में दर्ज हुआ है. जहां बीते दिनों केंद्रीय मंत्री परिवर्तन यात्रा में शामिल हुए थे. यहां परिवर्तन यात्रा के दौरान केंद्रीय मंत्री ने रामनवमी के दौरान हिंसा होने की बात कही थी. इसे लेकर अब उनके खिालाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है. दरअसल सिरोही में हुई परिवर्तन संकल्प यात्रा के दौरान आम सभा में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा था कि सिरोही में रामनवमी के जुलूस में पथराव हुआ और बहुसंख्यक समाज के लोगों के साथ मारपीट हुई. इस बयान को लेकर अब शहर के एक नागरिक ने हेट स्पीच के लिए कोतवाली थाने में मामला दर्ज करवाया हैं.

पुलिस को दी गई शिकायत में परिवादी भरत कुमार पुत्र पन्नाराम धवलनिवासी ने आरोप लगाया कि 11 सितंबर को सिरोही शहर में रामझरोखा मैदान में भारतीय जनता पार्टी द्वारा परिवर्तन यात्रा रैली व उसके बाद आम सभा का आयोजन किया गया था.

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पुलिस शिकायत के अनुसार कहा गया कि आम सभा के आयोजन को लेकर भाजपा विधि प्रकोष्ठ के हरजीराम चौधरी द्वारा एसडीएम से स्वीकृति ली गई थी. इस आमसभा में केन्द्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भाषण दिया. उन्होंने कहा कि सिरोही में भगवान राम की रामनवमी यात्रा पर पत्थरबाजी की गई पेट्रोल बम फेंके गए. हिन्दूओं की दुकानें जलाई गईं, लूटी गईं, बहुसंख्यक समाज के लोगों की मोटर साईकिल तोड़ी गई और रामनवमी यात्रा में शामिल माता-बहनों के कपड़े फाड़कर शांति भंग करने का प्रयास किया.

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केन्द्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भाषण में कहा था कि सिरोही में रामनवमी यात्रा पर पत्थरबाजी हुई, पेट्रोल बम फेंके गए, हिन्दुओं की दुकानें लूटी और जलाई गईं. शिकायतकर्ता का कहना है कि सिरोही में ऐसा कुछ नहीं हुआ था.

जबकि शहर सिरोही में रामनवमी यात्रा में कभी भी ऐसी घटना घटित नहीं हुई. आगामी विधानसभा चुनावों में नाजायज़ फ़ायदा उठाने के लिए हिन्दू और अन्य धर्मावलम्बियों के मध्य वैमनस्य द्वेषता, शत्रुता बढ़ाने के लिए तथा शहर की शांति व सदभावना को बिगाडने व धार्मिक भावना आहत करने की बदनीयती से यह झूठी बातें सभा में कही गई.

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अभियुक्त के साथ अन्य नेतागण ने मिलकर इस भाषण की विडियो क्लिप को सोशल मिडिया पर वायरल कर दिया. गजेंद्रसिंह द्वारा दिया गया भाषण सर्वोच्च न्यायालय द्वारा परिभाषित हेट स्पीच की श्रेणी में आता है. कोतवाली पुलिस ने मामले में परिवादी की रिपोर्ट पर मामला दर्ज किया.

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