NDTV पर जुर्म कबूल! राजस्थान पुलिस ने 10 KM पीछा कर पकड़े हरियाणा के 7 गौ तस्कर, बोले- 'करते हैं तौबा'

डीग पुलिस की DST टीम ने 'ऑपरेशन नंदी प्रहार' के तहत 10 किमी पीछा करके हरियाणा के 7 अंतर्राज्यीय गौ तस्करों को गिरफ्तार किया और 7 गोवंशों को आजाद कराया. NDTV कैमरे के सामने तस्करों ने जुर्म कबूल कर आगे से ऐसा कुछ ना करने का वादा किया .

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ऑपरेशन नंदी प्रहार: डीग पुलिस की DST टीम ने 10 किलोमीटर पीछा करके हरियाणा के 7 अंतर्राज्यीय गौ तस्करों को पकड़ा और 7 गोवंशों को सुरक्षित आजाद कराया.
NDTV Reporter

Rajasthan News: राजस्थान के डीग जिले में गौ तस्करी (Cow Smuggling) के खिलाफ पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. डीएसटी (DST) पुलिस टीम ने मंगलवार रात एक हाई-स्पीड चेज के बाद 7 अंतरराज्यीय गौ तस्करों को गिरफ्तार किया है. यह कार्रवाई 'ऑपरेशन नंदी प्रहार' के तहत की गई, जिसमें तस्करों के चंगुल से 7 गोवंश को आजाद कराया गया है और तस्करी में इस्तेमाल की गई पिकअप गाड़ी को जब्त किया गया है. सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि NDTV राजस्थान से बातचीत में तस्करों ने कैमरे के सामने अपना जुर्म कबूल किया और आगे से यह काम न करने का 'वादा' किया है.

'सभी आरोपी हरियाणा के रहने वाले'

डीएसटी पुलिस टीम इंचार्ज सुल्तान सिंह ने बताया कि पुलिस अधीक्षक (SP) ओमप्रकाश मीणा के निर्देश पर 'ऑपरेशन नंदी प्रहार' के तहत यह कार्रवाई की गई. पुलिस को सूचना मिली जिसके बाद टीम ने तस्करों की पिकअप गाड़ी का करीब 10 किलोमीटर तक पीछा किया. पीछा करने के बाद तस्करों को घेरकर पकड़ा गया. पुलिस ने मौके से सात अंतरराज्यीय गौ तस्करों को गिरफ्तार किया है. ये सभी तस्कर हरियाणा राज्य के निवासी हैं. तस्करों के पास से सात गोवंश को सुरक्षित बचाया गया है और तस्करी में इस्तेमाल हो रही एक पिकअप गाड़ी को जब्त किया गया है.

Photo Credit: NDTV Reporter

'3 हजार में खरीद, मोटे दाम में सेल'

पुलिस की गहन पूछताछ और तफ्तीश में इस बात का खुलासा हुआ है कि पकड़े गए तस्कर एक सक्रिय और संगठित गैंग का हिस्सा हैं. एनडीटीवी के कैमरे के सामने तस्करों ने अपना जुर्म कबूल करते हुए बताया कि वे सभी तीन-तीन हजार रुपये में गोवंश को इकट्ठा करके उन्हें गाड़ी में भरते थे. उनका मकसद इन गोवंशों को वध के लिए हरियाणा ले जाना था, जहां इन्हें दूसरी पार्टी को मोटे दामों में बेच दिया जाता था. कैमरे के सामने ही तस्करों ने 'तौबा तौबा' करते हुए भविष्य में गौ तस्करी न करने की कसम खाई है. पुलिस इंचार्ज सुल्तान सिंह ने बताया कि यह गैंग लंबे समय से सक्रिय थी, और जैसे-जैसे पूछताछ आगे बढ़ेगी, इस गैंग के मास्टर माइंड और अन्य सदस्यों का भी खुलासा होगा.

अस्पताल में चल रहा सभी का इलाज

डीग जिले में पुलिस की यह सक्रियता एसपी ओमप्रकाश मीणा के पदभार संभालने के बाद देखने को मिली है. एसपी मीणा के निर्देशन में गौ तस्करी और साइबर ठगी जैसी वारदातों में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है. डीएसटी टीम इंचार्ज ने बताया कि तस्करी की रोकथाम के लिए उनकी टीम लगातार सुनसान रास्तों और रात्रि में गश्त करती है. तस्करी के हॉटस्पॉट रास्तों को चिन्हित करके उन पर 24 घंटे निगरानी रखी जा रही है, ताकि कोई भी तस्कर डीग जिले की सीमा में प्रवेश न कर पाए या पुलिस टीम से बचकर न निकल सके. फिलहाल, पकड़े गए तस्करों का नगर उपजिला अस्पताल में उपचार चल रहा है, क्योंकि पीछा करने के दौरान उन्हें चोटें आई हैं. पुलिस अब आगे की कानूनी जांच और गैंग के अन्य सदस्यों की धरपकड़ में जुट गई है.

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