EPFO CBI Raid: राजस्थान में भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों पर जहां भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) पैनी नजर बनाए रखी है. वहीं CBI भी ऐसे अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. ताजा मामला भीलवाड़ा का है जहां जोधपुर की CBI टीम ने कार्रवाई की है. यहां एक EPFO (कर्मचारी भविष्य निधि) के कर्मचारी को रिश्वत लेते CBI की टीम ने गिरफ्तार किया है. बताया जाता है कि कर्मचारी ने पेंशन के लिए रिश्वत की मांग की थी, जिसकी शिकायत पीड़ित ने सीबीआई से की थी. इसके बाद सीबीआई की टीम ने ईपीएफओ कर्मचारी को रिश्वत लेते ट्रैप किया है.
बताया जा रहा है कि EPFO कर्मचारी अक्षय मीणा को सीबीआई की टीम ने 5 हजार रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है. उसने पेंशन शुरू करवाने के लिए रिश्वत की मांग की थी. जो 4 साल से अटका हुआ था.
विधवा पेंशन शुरू करने के लिए रिश्वत की मांग
सीबीआई के सूत्रों के मुताबिक, भीलवाड़ा के हरडा तहसील में हरिपुरा निवासी जसराज कुम्हार की ओर से सीबीआई में शिकायत की थी. जोधपुर सीबीआई से शिकायत में कहा गया था कि उसके पिता साल 2006 में मयूर मिल से रिटायर्ड हुए थे. जिसके बाद उन्हें पेंशन मिल रहा था. लेकिन साल 2021 में उनकी मौत के बाद उनकी पत्नी यानी जसराज की मां को पेंशन मिलना था. लेकिन 4 साल से यह विधवा पेंशन शुरू ही नहीं किया गया. इस बारे में जब अक्षय मीणा से मिला तो उसने पेंशन शुरू कराने के लिए रिश्वत की मांग की.
सीबीआई ने किया ट्रैप
शिकायत के सीबीआई की टीम ने इसका सत्यापन कराया तो रिश्वत की मांग की बात सत्य पाई गई. इसके बाद अक्षय मीणा को ट्रैप करने का प्लान बनाया गया. बीते रविवार (23 फरवरी) को अक्षय मीणा को रिश्वत के पैसे लेने के लिए बुलाया गया. जैसे ही परिवादी ने 5 हजार रुपये की रिश्वत कर्मचारी अक्षय मीणा को दी गई सीबीआई की टीम ने धर दबोचा.
सीबीआई ने अक्षय मीणा को गिरफ्तार कर जोधपुर ले आई वहां उसे कोर्ट में पेश किया गया और एक दिन के रिमांड पर लिया गया. पूछताछ के बाद सीबीआई ने दोबारा मंगलवार को कोर्ट में पेश किया गया और उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया. अब सीबीआई इस मामले में और जांच कर रही है.
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