Rajasthan News: राजस्थान में बाल विवाह रुकवाने के लिए कई तरह से सख्ती बरती जा रही है. हालांकि, इसके बावजूद लोग बाल विवाह करने को आतुर हैं. हाल ही में कई जिलों में बाल कल्याण विभाग द्वारा हेल्पलाइन नंबर जारी किया साथ ही मॉनिटरिंग के लिए स्पेशल सेल बनाया गया. लेकिन इसके बावजूद बाल विवाह पर पूरी तरह लगाम नहीं लगाया जा सका है. ताजा मामला डूंगरपुर जिले का है. जहां बाल विवाह कराया जा रहा था. लेकिन इसे मौके पर रुकवाया गया.
डूंगरपुर जिले के चौरासी थाना क्षेत्र के सांसरपुर गांव में पुलिस ओर चाइल्ड लाइन ने मिलकर एक बाल विवाह रूकवाया है. 14 साल की नाबालिग लड़की की शादी 17 साल के नाबालिग लड़के के साथ करवाई जा रही थी. पुलिस ओर चाइल्ड लाइन की टीम के पहुंचते ही शादी की खुशियां थम गई. पुलिस ने दोनो पक्षों को उसके बालिग होने तक शादी नही करवाने के लिए पाबंद किया है.
14 साल की लड़की की विवाह 17 साल के किशोर के साथ
चाइल्ड लाइन 1098 पर सोमवार (20 मई) को सूचना मिली की चौरासी थाना क्षेत्र के सांसरपुर कंजरिया फला गांव में एक बाल विवाह करवाया जा रहा है. इस पर झोथरी पाल तहसीलदार के निर्देश चाइल्ड हेल्प लाइन के पर्यवेक्षक महेंद्र कलाल, काउंसलर अर्चना मनात, सृष्टि सेवा समिति के सुरेंद्र टोली, चौरासी थाना पुलिस की टीम सांसरपुर कंजारिया फला पहुंची. पुलिस ओर चाइल्ड लाइन की टीम के जाते ही शादी की खुशियां थम गई. शादी को लेकर मंडप तैयार था. पुलिस ओर चाइल्ड लाइन ने दुल्हन के जन्म को लेकर दस्तावेज मांगे. सांतवी कक्षा की मार्कशीट में लड़की की उम्र 14 वर्ष मिली. जबकि बांसिया का दूल्हा 17 साल का नाबालिग था. दूल्हा और दुल्हन दोनो ही नाबालिग होने से पुलिस ओर चाइल्ड लाइन ने दोनो की शादी नही करवाने के लिए पाबंद किया. दोनो पक्षों को लड़का और लड़की के बालिग होने के बाद ही शादी करवाने के निर्देश दिए. इसके बाद परिवार में शादी की खुशियां रुक गई. पुलिस ओर चाइल्ड लाइन ने बाल विवाह नही करवाने के लिए लोगो से भी अपील की है.
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