नारकोटिक्स की कस्टडी में आरोपी की मौत, विभाग बोला- जूते की लेस से लगाया फंदा; परिजनों का आरोप नहीं पहनता था जूते 

राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में एक युवक की नारकोटिक्स डिपार्टमेंट की हिरासत में मौत हो गई. युवक को विभाग ने 10 फरवरी को 4 किलो अफीम के साथ पकड़ा था. जिसके बाद बात सामने आई है कि  युवक ने जूतों की डोर से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. वहीं परिजन बोल रहे हैं युवक जूते नहीं पहनता था.

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कलेक्टर और एसपी को ज्ञापन देने आए परिजन.

Rajasthan News: राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिल में एनडीपीएस मामले में गिरफ्तार एक आरोपी की नारकोटिक्स विभाग की कस्टडी में मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया. मृतक आरोपी के परिजन और समाज के लोग चित्तौड़गढ़ जिला मुख्यालय पहुंचे और नारकोटिक्स विभाग के दोषी अधिकारियों के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही की मांग को लेकर जिला कलक्टर और एसपी को ज्ञापन सौंपकर आए हैं.

4 किलो अफीम के साथ आया था पकड़ में 

जानकारी के अनुसार भीलवाड़ा जिले के बिजोलिया थाना क्षेत्र के माझी का खेड़ा निवासी कैलाश धाकड़ को नारकोटिक्स विभाग चित्तौड़गढ़ के निवारक टीम ने गत 10 फरवरी को 4 किलो अफीम के साथ चित्तौड़गढ़ जिले के बस्सी क्षेत्र से गिरफ्तार किया. नारकोटिक्स के अधिकारियों ने गिरफ्तारी के बाद आरोपी कैलाश धाकड़ को न्यायालय में पेश किया जहां से आरोपी को रिमांड पर भेज दिया.

कलेक्टर ऑफिस के बाहर परिजन.

परिजनों ने कहा मृतक नहीं पहनता था जूते

नारकोटिक्स विभाग की कस्टडी में ही आरोपी ने जूते की लेस से फंदा लगा दिया. इसकी सूचना पर नारकोटिक्स विभाग के अधिकारी उसे जिला अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इसके बाद शव को जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया. परिजनों ने नारकोटिक्स विभाग पर आरोप लगाया कि उसकी मौत के अगले दिन शनिवार सुबह करीब सुबह 8 बजे सूचना दी गई. 

परिजनों का कहना है कि मृतक कैलाश कभी भी जूते नहीं पहनता था, वह चप्पल ही पहना करता था तो फिर जूते की लेस से आत्महत्या कैसे कर सकता हैं. साथ ही जब भी आरोपी को टॉयलेट और बाथरूम के लिए लेकर जाते हैं, तो एक विभाग का स्टाफ साथ जाता और बाथरूम टॉयलेट के गेट के बाहर ही रुक जाता हैं. 

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परिजन 1 करोड़ का मांग रहे मुआवजा

वहीं दरवाजा के अंदर कुंदी भी नही होती है, तो जूते की लेस से आत्महत्या कैसे कर सकता हैं. इसको लेकर मृतक के गांव से परिजन और समाज के लोग बड़ी संख्या में लोग चित्तौड़गढ़ कलेक्ट्रेट पहुंचे और प्रदर्शन करते हुए जिला कलक्टर और एसपी को ज्ञापन सौंप कर मामले में दोषी नारकोटिक्स अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की.

इस दौरान कलेक्ट्रेट परिसर में पुलिस जाब्ता भी लगाया गया. इधर मृतक के परिजन और समाज के लोग जिला अस्पताल की मोर्चरी पहुंचे. इसके साथ ही मृतक के परिजनों को एक करोड़ का मुआवजा और दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई.

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