जैसलमेर में स्कूली बच्चों के साथ सामूहिक योग करेंगे सीएम भजनलाल

राजस्थान में हर जगह पर अलग-अलग संख्या में प्रतिभागी शामिल होंगे, जिसमें स्कूली बच्चे, आम नागरिक, योग संस्थाओं के प्रतिनिधि और पर्यटक भी भाग लेंगे.

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CM भजनलाल शर्मा

Rajasthan Yoga Day News: राजस्थान सरकार इस बार अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को राज्य की सांस्कृतिक और पर्यटन विरासत से जोड़कर एक नए रूप में पेश कर रही है. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा शनिवार को जैसलमेर के सम रेत धोरों पर स्कूली बच्चों और स्थानीय नागरिकों के साथ सामूहिक योग करेंगे. यह पहली बार होगा जब थार के रेगिस्तान में सूर्योदय के साथ इतनी बड़ी संख्या में योग किया जाएगा.

जयपुर में भी इस बार योग दिवस को पर्यटन स्थलों से जोड़ा गया है. हवा महल, अल्बर्ट हॉल, जयगढ़ किला, जल महल, आमेर किला, सिटी पैलेस, गोविंद देव जी मंदिर, गलता जी, बिरला मंदिर, जवाहर सर्किल और सेंट्रल पार्क जैसे 13 ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों पर सामूहिक योगाभ्यास का आयोजन होगा. इनमें हर स्थल पर अलग-अलग संख्या में प्रतिभागी शामिल होंगे, जिसमें स्कूली बच्चे, आम नागरिक, योग संस्थाओं के प्रतिनिधि और पर्यटक भी भाग लेंगे.

सरकार का कहना है कि योग केवल व्यायाम नहीं, बल्कि भारत की पहचान है और राजस्थान की ऐतिहासिक धरोहरों की छांव में किया गया योग न सिर्फ आंतरिक स्वास्थ्य को बेहतर करेगा बल्कि वैश्विक पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का नया केंद्र बनेगा.

जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में सबसे बड़ा कार्यक्रम होगा, जहां करीब 3 हजार लोग योग करेंगे. जल महल पर करीब 1 हजार लोगों के भाग लेने की योजना है. जवाहर सर्किल, सेंट्रल पार्क, बिरला मंदिर, आमेर किला, गोविंद देव जी मंदिर, गलता जी, सिटी पैलेस और हवा महल जैसे स्थानों पर 100 से 700 लोगों के समूह योग करेंगे. जयगढ़ किले और अल्बर्ट हॉल जैसी विरासत स्थलों पर भी योग के माध्यम से एक सांस्कृतिक संदेश दिया जाएगा.

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राज्य सरकार ने इन सभी स्थलों पर सुरक्षा, पार्किंग, जल व्यवस्था, मेडिकल सुविधा और स्थानीय कलाकारों की प्रस्तुति जैसी व्यवस्थाओं को भी अंतिम रूप दिया है. पर्यटन विभाग और आयुष मंत्रालय के संयुक्त तत्वावधान में यह आयोजन किया जा रहा है.

इस बार का योग दिवस हमारे धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों से जुड़कर वैश्विक स्तर पर एक अनूठा संदेश देगा कि राजस्थान सिर्फ घूमने भर की जगह नहीं, बल्कि आत्मिक साधना और स्वास्थ्य की राजधानी भी बन सकता है.

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ऐतिहासिक स्थलों पर पारंपरिक वाद्य यंत्रों की धुन पर योग, लाइव प्रसारण के माध्यम से राज्य स्तर पर प्रचार स्थानीय पर्यटन गाइड की भागीदारी के साथ विदेशी पर्यटकों के लिए निर्देशित योग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ योगाभ्यास को रोचक और जुड़ावपूर्ण बनाना भी मकसद है.

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