पानी की समस्या से श्रीगंगानगर के किसानों को मिलेगी राहत, सीएम भजनलाल ने पंजाब के CM से की बात

भीषण गर्मी के बीच श्रीगंगानगर में किसान सिंचाई के लिए पानी की समस्या से जूझ रहे हैं. इसको लेकर विधायक गुरवीर बराड़ ने मुख्यमंत्री को जानकारी दी.

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भजनलाल शर्मा- भगवंत मान

Rajasthan News: श्रीगंगानगर में सिंचाई के लिए पानी की समस्या से जल्द ही राहत मिलने वाली है. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सोमवार को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से मान को लेकर बात की. इस दौरान सीएम शर्मा ने गंगनहर में पानी देने का आग्रह किया. संभावना है कि आज रात तक गंगनहर में 500 क्यूसेक पानी मिल सकता है. बता दें कि गंगनहर प्रणाली के लिए जून माह में 2500 क्यूसेक शेयर निर्धारित है, हालांकि इससे कम पानी मिल रहा है.

गंगनहर में कम पानी की आपूर्ति 

बताया गया कि पंजाब में धान की बिजाई शुरू होने और पानी की मांग अधिक होने के कारण फिरोजपुर फीडर से निकलने वाली पंजाब की नहरें सरहिन्द फीडर, ईस्टर्न कैनाल एवं अन्य छोटी माईनरों में निर्धारित क्षमता से अधिक पानी लिया जा रहा है. फिरोजपुर फीडर जगह-जगह से क्षतिग्रस्त होने के कारण निर्धारित क्षमता के अनुसार पानी नही ले रहा है. इसकी वजह से गंगनहर में भी निर्धारित मात्रा से कम पानी आ रहा है. 

सीएम मान से दिया आश्वासन

सादुलशहर विधायक गुरवीर बराड़ ने श्रीगंगानगर में पानी की समस्या के बारे में मुख्यमंत्री को जानकारी दी, गुरवीर सिंह ने बताया कि गंगनहर प्रणाली के लिए जून माह में 2500 क्यूसेक शेयर निर्धारित है. इसके बावजूद वर्तमान में आरडी संख्या 45 पर लगभग 1635 क्यूसेक पानी दर्शाया जा रहा है. पानी चोरी के कारण निर्धारित क्षमता से काफी कम पानी की आपूर्ति हो रही है. जिस पर भजनलाल शर्मा ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से बात की. इस दौरान सीएम मान ने जल्द ही पूरे पानी की आपूर्ति का आश्वासन दिया. 

जल्द ही किसानों को मिलेगा पानी

विधायक की तरफ से जानकारी दी गई कि आज रात तक गंग नहर में 500 क्यूसेक पानी मिल सकता है. शेष पानी भी जल्द ही किसानों को सिंचाई के लिए उपलब्ध होगा. ध्यान देने वाली बात है कि पिछले 1 महीने से श्रीगंगानगर में लगातार 45 डिग्री से ऊपर तापमान बना हुआ है. तपन होने के कारण फसलें अंकुरित नहीं हो पा रही और खेतों मे सिंचाई की बहुत अधिक आवश्यकता है ऊपर से गंगनहर में सिंचाई पानी नहीं मिलने के कारण किसान काफी परेशान थे.

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