प्रदेश में चुनावी गहमागहमी के बीच सीएम गहलोत अपनी बड़ी बहन विमला देवी के घर पहुंचे और उनका आशीर्वाद लिया. इस दौरान उन्होंने मीडिया को दूर रखा और सिर्फ अकेले अपनी बहन से मिलने गए. सीएम गहलोत के साथ क्षेत्र के नेता और कांग्रेस जिलाध्यक्ष भी सीएम की बहन के घर गए थे हालांकि सभी कार्यकर्ताओं को बाहर ही रहने का आदेश दिया गया था.
मुख्यमंत्री हर चुनाव से पहले अपनी बहन का आशीर्वाद लेते हैं. नामांकन भरने से पहले वे अपनी बहन के पास जाते हैं जहां उनकी बहन पार्टी फंड में आशीर्वाद के रूप में कुछ न कुछ राशि देती हैं. ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है सीएम चौथी बार मुख्यमंत्री बनने के लिए आशीर्वाद लेने गए थे.
नामांकन से पहले बड़ी बहन देती हैं लिफाफा
सीएम गहलोत अपनी बड़ी बहन को बहुत लकी मानते हैं और किसी भी बड़े अवसर पर वे उनसे मिलने जाते हैं. बताया जाता है कि चुनाव में नामांकन से पूर्व अपने बहन का आशीर्वाद लेने उनके घर जाते हैं. उनकी बहन आशीर्वाद के रूप में उनको पैसों का लिफाफा देती हैं. सीएम गहलोत की बहन को 1 हजार रुपए प्रतिमाह वृद्धा पेंशन मिलता है जिसको वो बचाकर रखती हैं.
बहन के घर जाकर राखी बंधवाते हैं सीएम गहलोत
बता दें कि सीएम अशोक गहलोत हर साल अपनी बहन से राखी बंधवाने के लिए जोधपुर स्थित उनके घर जाते हैं. पिछले साल भी सीएम अपनी बड़ी बहन विमला देवी के घर राखी बंधवाने गए थे. सीएम गहलोत ने इस बार भी बेहद सादगीपूर्ण से रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया. सीएम गहलोत ने कहा कि रक्षाबंधन का पवित्र त्यौहार भाई-बहन के एक-दूसरे के प्रति स्नेह, विश्वास और कर्त्तव्य का प्रतीक है.
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