कोटा के दशहरा ग्राउंड में होगा 221 फीट के रावण का दहन
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राजस्थान में दशहरे के अंतिम दिन विजयादशमी पर जगह-जगह रावण के पुतलों का दहन किया जाएगा. यह दिन बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है जिसमें रावण बुराई का प्रतीक है. लेकिन राजस्थान में रावण दहन के दिन इस वर्ष सबसे ज़्यादा चर्चा कोटा के रावण की हो रही है. कोटा का दशहरा पूरे देश में मशहूर है जिसे देखने पूरे राजस्थान और देश के अलग हिस्सों से लोग आया करते हैं. इस बार कोटा का दशहरा मेला इतिहास बनाने जा रहा है जहां इस वर्ष 221 फीट के रावण का दहन किया जाएगा. इसे दुनिया का सबसे ऊंचा रावण बताया जा रहा है. आइए जानते हैं कोटा के इस विशेष रावण के बारे में 10 बातें.
- कोटा के दशहरा ग्राउंड मेले में 221 फीट का रावण का पुतला बनाया गया है. गुरुवार, 2 अक्टूबर की शाम साढ़े सात बजे इसका दहन किया जाएगा.
- पुतले की लंबाई की वजह से मेला प्रशासन ने रावण दहन स्थल को विजयश्री रंगमंच से बदलकर मैदान के पूर्व दिशा में कर दिया है.
- इस रावण से कोटा का नाम एशिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉड्र्स और इंडिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉड्र्स में दर्ज होने जा रहा है. इससे पहले यह रिकॉर्ड दिल्ली के नाम था जहां 210 फीट का रावण का पुतला बनाया गया था.
- कोटा के इस रावण के पुतले को बनाने में 4 महीने लगे. पुतले को बनाने में 44 लाख रुपये की लागत आई.
- रावण का पुतला पहले की अपेक्षा लंबा होने की वजह से इस बार बिलकुल दुबला-पतला लग रहा है.
- रावण का चेहरा 25 फीट लंबा है जिसे फाइबर ग्लास से बनाया गया है. इसका वजन तीन क्विंटल है. सिर के ऊपर रखा मुकुट 60 फीट लंबा है. रावण की तलवार 50 फीट की है. उसकी जूतियां 40 फीट लंबी हैं.
- रावण को जिस जगह खड़ा किया गया है वहीं की ज़मीन कच्ची थी. पुतले के लिए दहन स्थल पर 26x24 फीट का ठोस फाउंडेशन तैयार किया गया है.
- पुतला 13,000 किलो भारी है जिसे पूरी तरह से लोहे के ढांचे के ऊपर बनाया गया है. पुतले को खड़ा करने के लिए दो विशाल क्रेन की मदद ली गई जो 220 टन और 100 टन की हाइड्रोलिक क्रेन थीं.
- पुतले का दहन रिमोट कंट्रोल से किया जाएगा. इसके लिए पुतले में 25 रिमोट कंट्रोल पॉइंट बनाए गए हैं जहां से रिमोट दबाते ही आतिशबाज़ी होगी. पटाखे ग्रीन होंगे जिनसे पर्यावरण को नुकसान नहीं होगा. रावण में 15,000 पटाखे लगाए गए हैं.
- रावण के साथ मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतले भी हैं जो 60 फीट के हैं. इन दोनों पुतलों में 4-4 हजार पटाखे लगे हैं और इन पर 10-10 रिमोट प्वाइंट हैं.
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