Sanke Cobra: कोटा में जज के पलंग पर बैठा कोबरा, रोज रिहायशी इलाकों में दे रहा दस्तक

Sanke Cobra: कोटा में लगातार कोबरा सांप सहित अन्य प्रजाति के स्नेक और अन्य वन्य जीव घरों में निकल रहे हैं. लोगों में डर का माहौल है.

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Sanke Cobra: कोटा के सिविल लाइंस में जिला और सेशन न्यायाधीश के आवास में कोबरा सांप घुस गया. कोबरा सांप को देखकर कर्मचारी दहशत में आ गए. करीब 2 फीट लंबा बेबी कोबरा पलंग के नीचे जाकर बैठ गया. नजीर अशोक जैन ने वन विभाग को इसकी सूचना दी. इसके बाद स्नेक कैचर गोविंद शर्मा मौके पर पहुंचे. उन्होंने कड़ी मशक्कत के बाद कोबरा का रेस्क्यू किया. लाडपुरा के जंगल में रिलीज कर दिया.   

बेबी कोबरा वयस्क से ज्यादा खतरनाक

बेबी कोबरा के बारे में जानकारी देते हुए स्नेक कैचर गोविंद शर्मा ने बताया कि बेबी कोबरा की बाइट बहुत खतरनाक होती है. उसको जरा भी अंदाजा नहीं होता कि उसने कितना जोर से काटा है. वह अपनी जान बचाने के लिए जरा सा अंदेशा होने पर ही अटैक कर देता है, जो कई बार जानलेवा साबित होती है.

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23 अगस्त को पुलिसकर्मी की कार में था कोबरा 

रावतभाटा रोड इलाके में 23 अगस्त को पुलिसकर्मी की कार में कोबरा घुसने से हड़कंप मच गया था. कोबरा कार के पहिए से होता हुआ पेट्रोल टैंक के पास छिप गया था. कार को चलाने की किसी की हिम्मत नहीं पड़ी. पर्यावरण प्रेमी गोविंद शर्मा ने मौके पर पहुंचकर 6 फीट लंबे कोबरा का दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रेस्क्यू किया था. 

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17 अगस्त को मकान की छत पर बैठा था अजगर 

कोटा की गुमानपुरा सिंधी कॉलोनी में एक मकान की छत पर 17 अगस्त को 8 फीट लंबा एक अजगर सांप आकर बैठा गया था.  नगर-निगम में कार्यरत स्नेक कैचर गोविंद शर्मा को मौके पर बुलाया गया. गोविंद शर्मा ने भारी भरकम अजगर का रेस्क्यू किया. काफी मशक्कत के बाद 8 फीट लंबा अजगर पकड़ा गया. मकान की छत पर अजगर होने की खबर सुनते ही पड़ोस के लोग भी घरों से बाहर निकल आए. स्नेक कैचर ने अजगर को पकड़ने के बाद जंगल में सुरक्षित स्थान पर छोड़ दिया. माना जा रहा है कि यह 8 फीट लंबा अजगर पास ही से निकलने वाली नहर से निकलकर मकान की छत पर पहुंचा.

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16 अगस्त को पंप हाउस का पैनल में निकला था कोबरा 

कोटा में अकेलगढ़ पंप हाउस के पैनल में 16 अगस्त को कोबरा आकर बैठ गया था. स्थानीय कर्मचारी कोबरा को देखकर दहशत में आ गए थे. कोबरा को देखकर कार्मिकों ने पैनल के पास जाने से घबरा गए. कोबरा भी कभी पैनल के ऊपर तो कभी अंदर जाकर छुपने लगा. इस प्लांट में पानी को फिल्टर किया जाता है. पंप ऑपरेटर लखन मीणा ने स्नैक कैचर गोविंद शर्मा को सूचित किया. मौके पर पहुंचे स्नेक कैचर गोविंद शर्मा ने कड़ी मशक्कत के बाद पैनल के पार्ट को अलग-अलग करके ढाई फीट लंबे ब्लैक कोबरा का रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ा. 

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