Rajasthan Weather: राजस्थान में 'कोल्ड डे', सुन्न कर देने वाली ठंड से कांपे लोग, IMD ने जारी किया घने कोहरे का अलर्ट

Rajasthan Weather Update: लोगों को हाथ पैर सुन्न करने वाली सर्दी की मार झेलनी पड़ रही है. आसमान में कल से ही बादल छाए हुए हैं. मौसम विभाग ने 5 जनवरी तक शीतलहर का अलर्ट जारी किया है.

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राजस्थान के कई जिलों में घने कोहरे का अलर्ट.

Rajasthan Weather Today: राजस्थान के सरहदी जिले श्रीगंगानगर में कड़कड़ाती सर्दी का दौर जारी है. हालत ये है कि पिछले छह दिनों से सूर्यदेव के दर्शन नहीं हुए हैं. उधर सर्द हवाएं चलने से हाथ पैर सुन्न करने वाली सर्दी का प्रकोप शुरू हो गया है. इस कड़कड़ाती ठण्ड के कारण लोगों की दिनचर्या बिगड़ गई है. फसलों पर पाला पड़ने की सम्भावना भी व्यक्त की गयी है. ऐसे में कृषि विभाग ने एडवाइजरी भी जारी की है. 

5 जनवरी तक अति घने कोहरे का अलर्ट

मौसम विभाग ने पांच जनवरी तक इलाके में अति घाना कोहरा छाने का अलर्ट जारी किया है. इस सप्ताह दिन में भी कड़कड़ाती सर्दी का प्रभाव रहेगा, जिससे कोलड डे की स्तिथि रहेगी. मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी से नमी युक्त हवा आ रही है और आकाश साफ है जो कि घने कोहरे के लिए अनुकूल है. कड़कड़ाती सर्दी के कारण आम जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है. लोग घरो में ही दुबके रहना पसंद कर रहे हैं. वहीं महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह समय काफी परेशानी भरा है. डॉक्टरों ने गुनगुना पानी पीने और गर्म कपड़ो से शरीर को ढककर रखने की सलाह दी है.

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पाले से फसलों के नुकसान की आशंका

जिले में पिछले कई दिनों से न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस के आस-पास व उत्तर दिशा से ठण्डी हवा तथा आसमान साफ रहने से फसलों को पाले से नुकसान की आशंका है. शीत लहर एवं पाले से सर्दी के मौसम में सभी फसलों को नुकसान होता है. पाले के प्रभाव से पौधों की पत्तियां एवं फूल झुलस कर झड़ जाते हैं तथा अध-पके फल सिकुड़ जाते हैं. फलियों एवं बालियों में दाने नहीं बनते हैं व बन रहे दाने सिकुड़ जाते हैं. कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. जीआर मटोरिया की मानें तो पाला पड़ने की सम्भावना के दौरान फसलों में हल्की सिंचाई कर देनी चाहिए. नमीयुक्त जमीन में काफी देरी तक गर्मी रहती है तथा भूमि का तापक्रम एकदम कम नहीं होता है, जिससे तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस से नीचे नही गिरेगा और फसलों को पाले से होने वाले नुकसान से बचाया जा सकता है. 

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किसान कैसे करें फसलों का बचाव?

मटोरिया ने बताया कि जिन दिनों पाला पड़ने की सम्भावना हो, उन दिनों फसलों पर 1 एम.एल. गन्धक का तेजाब या डाईमिथाईल सल्फोआक्साईड प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करना चाहिए. ध्यान रखें कि पौधों पर घोल की फुहार अच्छी तरह लगे. छिड़काव का असर दो सप्ताह तक रहता है. सरसों, गेहूं, चना, आलू, मटर जैसी फसलों को पाले से बचाने में गन्धक का छिड़काव करने से न केवल पाले से बचाव होता है, बल्कि पौधों में लौहा तत्व की जैविक एवं रासायनिक सक्रियता बढ़ जाती है जो पौधों में रोग रोधिता बढ़ाने में एवं फसल को जल्दी पकाने में सहायक होती हैं.

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चित्तौड़गढ़ में कैसा मौसम

चित्तौड़गढ़ में साल के दूसरे दिन भी कोहरे का सितम जारी रहा. पिछले तीन दिनों से सर्दी बढ़ने के साथ वातावरण में भारी धुंध और कोहरा छाया रहा, जिससे आमजन जनजीवन प्रभावित हुआ. सर्दी पड़ने से दिन का तापमान भी लुढ़ककर 19 डिग्री तक पहुंच गया. मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में कई जिलों में शीतलहर की आशंका जताई है और 12 जिलों में कोहरे का अलर्ट जारी किया है. चित्तौड़गढ़ शहर सहित आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों में घना कोहरा छाये रहने से जन जीवन प्रभावित होता दिखाई दे रहा है. कोहरे के कारण सड़कों पर सूनापन छाया रहा और गाड़ियां भी रेंग-रेंग कर चलीं. स्थानों पर विजिबिलिटी 100 मीटर से कम रही. प्रदेश में सर्दी के साथ-साथ कोहरे का प्रकोप दिखाई दिया और तापमान में गिरावट दर्ज की गई और चित्तौड़गढ़ में न्यूनतम तापमान 9 डिग्री तक पहुंच गया. ठंडी हवाएं चलने से लोग अलाव का सहारा लेते दिखे. वहीं तिल और गुड़ के व्यंजनों की भी मांग देखने को मिली. ज्यादातर लोग ऊनी वस्त्रों से लिपटे नजर आए.

धौलपुर में कैसा मौसम?

धौलपुर की तो यहां कड़ाके की सर्दी और शीत लहर का दौर लगातार जारी है, जिससे तापमान में भी गिरावट है. न्यूनतम पारा 7 डिग्री एवं अधिकतम 15 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. मंगलवार को धौलपुर में विजिबिलिटी कम होने की वजह से आवागमन की रफ्तार भी थमी हुई नजर आ रही है. इस वक्त स्थानीय लोगों को हाथ पैर सुन्न करने वाली सर्दी की मार झेलनी पड़ रही है. आसमान में कल से ही बादल छाए हुए हैं. मौसम विभाग ने 5 जनवरी तक शीतलहर का अलर्ट जारी किया है.

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