बीकानेर में तीन दिवसीय अन्तरराष्ट्रीय ऊंट महोत्सव का रंगारंग आगाज, देशी धुन पर जमकर नाचे विदेशी

बीकानेर में अंतरराष्ट्रीय ऊंट उत्सव का शुक्रवार 12 जनवरी को शुभारम्भ हो चुका है. इस उत्सव की शुरूआत विश्व प्रसिद्ध हेरिटेज वॉक से की गई. इस उत्सव में बीकानेरी व्यंजनों की खुशबू से पूरा महोत्सव महक उठा. इस उत्सव में राजस्थानी कलाकारों ने लोकल वाद्य यंत्र बजाकर और नृत्य कर विदेशी मेहमानों को भी थिरकने पर मजबूर कर दिया.

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कार्निवल में राधा-कृष्ण के रूप में सजे बच्चों एवं विंटेज कारों में बैठे देशी- विदेशी पर्यटक भी स्थानीय लोक धुन पर थिरकते नजर आए.
बीकानेर:

Bikaner International Camel Festival 2024: हर साल की भांति इस बार भी अन्तरराष्ट्रीय ऊंट उत्सव का रंगारंग शुभारम्भ हो चुका है. अन्तरराष्ट्रीय ऊंट उत्सव (international camel festival) का आगाज 12 जनवरी से हुआ है जो कि 14 जनवरी तक चलेगा. पहली बार धरणीधर मैदान में आयोजित होने वाले इस ऊंट उत्सव उत्सव की थीम 'आइकन्स ऑफ बीकानेर' (Icons of Bikaner) है. इस उत्सव में हेरिटेज वॉक, बीकानेर कार्निवल साथ ही क्लासिकल फॉर्म्स ऑफ़ आर्ट्स पर आधारित कई कार्यक्रम होंगे.

कलेक्टर ने दिखाई हरी झंडी

पर्यटन विभाग एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वाधान में शुक्रवार को अंतर्राष्ट्रीय ऊंट उत्सव ऐतिहासिक रामपुरिया हवेली से हेरिटेज वॉक के जबरदस्त आगाज हो चुका है. इस आगाज में बीकानेर पश्चिम विधायक जेठानंद व्यास, संभागीय आयुक्त श्रीमती उर्मिला राजोरिया, आईजी ओम प्रकाश, जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने हरी झंडी दिखाकर इस वॉक को रवाना किया.

अन्तरराष्ट्रीय ऊंट उत्सव का मुख्या द्वार 

रंग-बिरंगे परिधानों में सजे कलाकारों

मेहमानों के आदर सत्कार और मीठी मनुहार की बीकानेरी परंपरा का रंग पूरी हेरिटेज वॉक के दौरान नजर आया. रंग-बिरंगे परिधानों में सजे स्थानीय कलाकारों के दलों के साथ कदमताल मिलाते, देसी विदेशी पर्यटकों का उत्साह भी देखने लायक था. वहीं स्थानीय लोग भी मेहमानों की आवभगत करते नजर आए.

हवेलियों के बीच हुई हेरिटेज वॉक

रामपुरिया हवेली से शुरू होकर शहर की ऐतिहासिक गलियों से होते हुए हेरिटेज वॉक का समापन बीकाजी की टेकरी परिसर पर किया गया. ऐतिहासिक नक्काशीदार हवेलियों के बीच से रंग-बिरंगे परिधानों में सजे कलाकारों के साथ पर्यटक भी बीकानेरी रंग में रंगे नजर आए.

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बीकानेरी व्यंजनों की खुशबू से महका उत्सव

हेरिटेज वॉक का मार्ग स्थानीय व्यंजनों की खुशबू से सराबोर था. कहीं पान तो कहीं केसर दूध की मनुहार चल रही थी. इसी दौरान बीकानेर के बाजार में स्थानीय हैंडीक्राफ्ट उस्ता कला (Usta kala) से भी सैलानियों का परिचय करवाया गया.

मेहमान नवाजी की परंपरा अद्भुत

हेरिटेज वॉक के दौरान स्थानीय नागरिकों ने जगह-जगह पर उत्सव में पधारे मेहमानों का पुष्पमाला पहनाकर एवं फूल बरसाकर स्वागत किया गया. बीकानेर कला संस्कृति की धुन पर झूमते विदेशी पर्यटक भी स्थानीय लोगों की आव भगत से बेहद भाव विभोर और प्रफुल्लित नजर आए.

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सोशल मीडिया पर भी बिखरे ऊंट उत्सव के रंग

अंतर्राष्ट्रीय ऊंट उत्सव के पहले दिन सोशल मीडिया पर भी बीकानेर की संस्कृति की धूम रही. ट्विटर, इंस्टाग्राम, फेसबुक, यूट्यूब, ब्लॉग्स और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर उत्सव की रंग-बिरंगी झलकियां दिखीं. ब्लॉगर्स उत्सव का आनंद लेते हुए पर्यटकों, प्रशासनिक अधिकारियों और स्थानीय नागरिकों से बातचीत करते नजर आए. बीकाजी की टेकरी पर रंगोली, मेहंदी और अन्य प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गई.

अंतर्राष्ट्रीय ऊंट उत्सव हेरिटेज वॉक के साथ शुरू हुआ. इस उत्सव में BSF के जवानों ने ऊंटों पर शानदार शौर्य प्रदर्शन किया.

बीकानेर कार्निवल में झूमे देशी-विदेशी पर्यटक

अंतराष्ट्रीय ऊंट उत्सव के तहत शुक्रवार को बीकानेर कार्निवल का आयोजन किया गया. कार्निवल की शुरूआत लक्ष्मी निवास पैलेस से हुई. गुब्बारे उड़ाकर कार्यकम का शुभारंभ किया गया. कार्निवल में राधा-कृष्ण के रूप में सजे बच्चों एवं विंटेज कारों में बैठे देशी- विदेशी पर्यटक भी स्थानीय लोक धुन पर थिरकते नजर आए. 

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ऊँट की खाल पर की जाने वाली स्वर्ण मीनाकारी और मुनव्वत के कार्य को उस्ता कला कहा जाता है.

कल NRCC और करणी सिंह स्टेडियम में होंगे कार्यक्रम

ऊंट उत्सव के दूसरे दिन प्रातः 10 से दोपहर 3 बजे तक राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र में ऊंट नृत्य, ऊंट फर कटिंग, ऊंट सज्जा और ऊंट दौड़ प्रतियोगिताएं होंगी. वहीं दोपहर 4 से सात बजे तक डॉ. करणी सिंह स्टेडियम में मिस मरवण, मिस्टर बीकाणा, ढोला-मारू, सहित अन्य प्रतियोगिता के साथ बीकानेर फैशन शो का आयोजन होगा. सायं 7 बजे से डॉ. करणी सिंह स्टेडियम में फोक नाइट सन्स ऑफ सॉयल आयोजित होगी.

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