Pushkar Holi 2025: पुष्कर में सतरंगी होली की धूम, गैर-डांडिया संग झूमे देसी-विदेशी सैलानी; देखें VIDEO

Holi Celebration In Pushkar 2025: पुष्कर की यह रंगारंग होली केवल एक त्योहार नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति, परंपरा और आपसी सौहार्द का प्रतीक है. हर साल हजारों देशी-विदेशी सैलानी यहां पहुंचकर इस अलौकिक अनुभव का हिस्सा बनते हैं.

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पुष्कर की होली में जमकर नाचे विदेशी सैलानी

Rajasthan News: राजस्थान के पुष्कर में विश्व प्रसिद्ध होली महोत्सव की रंगीन शुरुआत हो चुकी है. सोमवार को वराह घाट चौक पर चंग और ढोल की थाप गूंज उठी, जहां गैर और डांडिया नृत्य की धूम मची रही. इस आयोजन में न केवल स्थानीय युवा, बल्कि देश-विदेश से आए सैलानियों ने भी पूरे उत्साह के साथ भाग लिया. ढोल-नगाड़ों की गूंज और रंगों की बौछार के बीच पुष्कर की सतरंगी होली ने हर किसी को झूमने पर मजबूर कर दिया.

गैर नृत्य और सांस्कृतिक समागम

इस भव्य महोत्सव में गैर नृत्य की विशेष प्रस्तुतियां दी गईं. आयोजक ला बेला ग्रुप के सदस्य मौसम शर्मा के अनुसार, यह महोत्सव केवल रंगों तक सीमित नहीं, बल्कि यह भाईचारे और सांस्कृतिक सौहार्द का प्रतीक भी है. स्थानीय नागरिकों और विदेशी सैलानियों ने पारंपरिक गैर नृत्य और डांडिया की ताल पर झूमते हुए इस उत्सव को जीवंत बना दिया.

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पुष्कर में होली के जश्न में नाचते हुए विदेशी सैलानी.
Photo Credit: NDTV Reporter

होलिका दहन और रंगों का उत्सव

13 मार्च को परंपरागत प्रहलाद पूजन के बाद नगर में सामूहिक होलिका दहन किया जाएगा. इसके बाद 14 मार्च को सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक नगरवासी और विदेशी सैलानी एक साथ गुलाल और प्राकृतिक रंगों से होली खेलेंगे. पुष्कर की यह होली हर साल हजारों पर्यटकों को आकर्षित करती है, जो भारतीय संस्कृति और परंपराओं को करीब से अनुभव करने का अवसर तलाशते हैं.

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कृत्रिम वर्षा और विशेष तैयारियां

नगर परिषद द्वारा इस महोत्सव को और भी खास बनाने के लिए डीजे गुलाल की विशेष व्यवस्था की गई है. साथ ही, अग्निशमन विभाग के दमकल वाहनों से कृत्रिम वर्षा कराई जाएगी, जिससे रंगों की इस मस्ती में और भी नयापन जुड़ जाएगा. सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं ताकि हर कोई इस उत्सव का आनंद निर्बाध रूप से ले सके.

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विदेशी पर्यटकों को रास आई पुष्कर की होली. जमकर किया डांस.
Photo Credit: NDTV Reporter

पुष्कर की होली – एक अनूठा अनुभव

पुष्कर की यह रंगारंग होली केवल एक त्योहार नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति, परंपरा और आपसी सौहार्द का प्रतीक है. हर साल हजारों देशी-विदेशी सैलानी यहां पहुंचकर इस अलौकिक अनुभव का हिस्सा बनते हैं. रंग, संगीत, नृत्य और उल्लास से सराबोर यह उत्सव जीवनभर की यादें संजोने का अवसर प्रदान करता है.

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