Rajasthan News: अभी तक कांग्रेस पार्टी द्वारा बांसवाड़ा-डूंगरपुर लोकसभा चुनावों में भारत आदिवासी पार्टी के साथ गठबंधन को लेकर कोई घोषणा नहीं की गई है. लेकिन बांसवाड़ा जिले के त्रिपुरा सुंदरी मंदिर में आयोजित सामूहिक गैर नृत्य के दौरान बांसवाड़ा डूंगरपुर लोकसभा सीट से भारत आदिवासी पार्टी प्रत्याशी व वर्तमान चौरासी विधायक राजकुमार रोत और बांसवाड़ा उप जिला प्रमुख डॉ विकास बामनिया का एक साथ एक मंच पर आने से चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है.
कांग्रेस ने भेजे हैं 4 दावेदारों के नाम
कांग्रेस पार्टी की ओर से कांग्रेस आलाकमान को जिले से चार दावेदार के नाम भेजे हैं, जिसमें से एक नाम उप जिला प्रमुख विकास बामनिया का भी है. वहीं कांग्रेस और बीएपी के बीच गठबंधन के भी कयास लगाए जा रहे हैं. इस बीच दोनों नेताओं का एक मंच पर साथ खड़े होना, गले लगना और हाथों में हाथ डालकर लोगों का अभिवादन करना, इन सभी बातों से गठबंधन के कयास तेज हो गए हैं. हालाकि दोनों नेताओं ने कहा कि वे सामाजिक कार्यक्रम में शामिल हुए हैं, इसे राजनीतिक रंग न दिया जाए. उप जिला प्रमुख विकास बामनिया ने कहा कि वह केवल व्यक्तिगत रूप से रोत के साथ गए थे, पार्टी के गठबंधन का इससे कोई वास्ता नहीं है.
तो बाप पार्टी का पलड़ा मजबूत होगा
कांग्रेस पार्टी के बड़े नेताओं को मानना है कि यदि कांग्रेस और भारत आदिवासी पार्टी के बीच गठबंधन होता है तो कहीं न कहीं इसका लाभ लोकसभा चुनावों में मिलेगा और इससे भाजपा को हराया जा सकता है. लोकसभा क्षेत्र की आठ विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस ने पांच सीटों पर जीत हासिल की थी और बाप पार्टी ने एक विधानसभा क्षेत्र में जीत हासिल की थी. इस तरह यदि गठबंधन होता है तो भाजपा को हराना मुश्किल नहीं होगा. इसको देखते हुए कांग्रेस और बाप एक साथ मिलकर चुनाव लड़ना चाहते हैं. हालाकि कांग्रेस पार्टी के स्थानीय नेता राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे को पत्र लिखकर गठबंधन नहीं करने की बात कर चुके हैं. ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले समय में कांग्रेस पार्टी क्या कदम उठाती है जिस पर भाजपा की निगाह भी बनी हुई है.
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