सासंदों के निलंबन के खिलाफ कांग्रेस करेगी प्रदर्शन, गहलोत बोले- यह संसद के इतिहास की दुर्भाग्यपूर्ण घटना

पूर्व सीएम गहलोत ने आगे लिखा, ‘‘इस गंभीर मुद्दे पर केंद्र सरकार की ओर से बयान ना आना एवं चर्चा की बजाय विपक्षी सांसदों को निलंबित करना संसद के इतिहास में दुर्भाग्यपूर्ण घटना के रूप में दर्ज हो गया है.

विज्ञापन
Read Time: 15 mins
राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत.
जयपुर:

Suspension of Opposition MPs: संसद के मौजूद सत्र में बड़ी संख्या में विपक्षी सांसदों को निलंबित कर दिया गया. इस घटना के खिलाफ कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों में आक्रोश है. विपक्षी सांसदों के निलंबन के खिलाफ कल यानी शुक्रवार 22 दिसंबर को कांग्रेस विरोध प्रदर्शन करने वाली है. इससे पहले गुरुवार को राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने संसद के मौजूदा सत्र के दौरान दोनों सदनों से बड़ी संख्या में विपक्षी सदस्यों के निलंबन को संसद के इतिहास में दुर्भाग्यपूर्ण घटना बताया है.

गहलोत ने गुरुवार को सोशल मीडिया 'एक्स' पर लिखा, ‘‘लोकसभा के निष्पक्ष संचालन की जिम्मेदारी अध्यक्ष महोदय की होती है। संसद की सुरक्षा में चूक के गंभीर मामले में अध्यक्ष यदि गृहमंत्री को सदन में बयान देने का निर्देश देते तो यह मामला ही खत्म हो जाता और इतना हंगामा नहीं होता.''

Advertisement

Advertisement

पूर्व सीएम गहलोत ने आगे लिखा, ‘‘इस गंभीर मुद्दे पर केंद्र सरकार की ओर से बयान ना आना एवं चर्चा की बजाय विपक्षी सांसदों को निलंबित करना संसद के इतिहास में दुर्भाग्यपूर्ण घटना के रूप में दर्ज हो गया है.'' उल्लेखनीय है कि विपक्षी सांसदों को संसद से निलंबित करने के फैसले के खिलाफ कांग्रेस की राजस्थान इकाई शुक्रवार को राज्य भर में विरोध प्रदर्शन करेगी.
 

Advertisement

लोकसभा के 146 व राजसभा के 34 सांसद निलंबित

मालूम हो कि शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन लोकसभा से कांग्रेस के तीन सांसदों को सस्पेंड कर दिया गया. 14 दिसंबर को 14 सांसद सस्पेंड (13 लोकसभा से एक राज्यसभा से) हुए थे. 19 दिसंबर को 78 सांसदों को सस्पेंड किया गया.  20 दिसंबर को लोकसभा से 2 सांसदों को निलंबित किया गया. 21 दिसंबर को तीन और सांसदों को सस्पेंड किया गया. अब तक 146 सांसद निलंबित किए जा चुके हैं. इनमें 112 लोकसभा और 34 राज्यसभा के हैं.

यह भी पढ़ें - 

महुआ मोइत्रा पर एक्शन, संसद की सुरक्षा में सेंध और 146 सांसदों का सस्पेंशन... शीतकालीन सत्र की खास बातें