Rajasthan: राजीव गांधी युवा मित्र इंटर्नशिप कार्यक्रम को रद्द करने के खिलाफ उतरे कांग्रेसी, खून से लिखा ज्ञापन

यूथ कांग्रेस ने चेतावनी भी दी है कि जल्द राजीव गांधी युवा मित्र कार्यक्रम को बहाल नहीं किया गया तो आंदोलन तेज किया जाएगा और सभी जिलों अनिश्चितकालीन धरना दिया जाएगा. यूथ कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए कलेक्ट्री के बाहर सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए थे.

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Kota News: पूर्ववर्ती अशोक गहलोत सरकार के वक्त शुरू की गई राजीव गांधी युवा मित्र इंटर्नशिप कार्यक्रम (Rajiv Gandhi Yuva Mitra Internship Program) को रद्द करने के खिलाफ आज कोटा में भी कांग्रेस कार्यकर्ता सड़कों पर उतर गए. यूथ कांग्रेस की ओर से किए गए विरोध प्रदर्शन के दौरान भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर राजीव गांधी युवा मित्रों को बहाल करने की मांग की गई. यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सरकार के नाम भेजे गए ज्ञापन को खून से लिखा.

साथ ही कोटा कलेक्ट्रेट के बाहर विरोध प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने दंडवत होकर भाजपा सरकार तक अपनी मांग पहुंचने का प्रयास किया. यूथ कांग्रेस पदाधिकारियों ने भाजपा सरकार पर युवाओं के सपनों को रौंदने के आरोप लगाए. यूथ कांग्रेस के प्रदेश सचिव यश गौतम ने बताया कि भाजपा ने 5000 युवा मित्रों को बेरोजगार कर दिया उनको अपने परिवार का पालन-पोषण करने में मुश्किल हो रही है. गौतम ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार की योजना को बंद करके भारतीय जनता पार्टी ने राजस्थान के 5000 परिवारों के साथ कुठाराघात किया है.

इससे पहले भी यूथ कांग्रेस ने राजीव गांधी युवा मित्रों को बहाल करने की मांग को लेकर सद्बुद्धि यज्ञ किया था. वहीं यूथ कांग्रेस ने चेतावनी भी दी है कि जल्द राजीव गांधी युवा मित्र कार्यक्रम को बहाल नहीं किया गया तो आंदोलन तेज किया जाएगा और सभी जिलों अनिश्चितकालीन धरना दिया जाएगा. यूथ कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए कलेक्ट्री के बाहर सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए थे.

युवा मित्रों को नौकरी से हटाने के बाद पूरे प्रदेश भर के करीब 5000 के लगभग राजीव गांधी युवा मित्र सड़कों पर उतर गए थे. राजधानी जयपुर में इन युवा मित्रों की ओर से शहीद स्मारक पर धरना प्रदर्शन कई दिनों से दिया जा रहा है. युवा मित्रों ने इस ठंड में अर्धनग्न होकर नारेबाजी करते हुए अपनी आवाज बुलंद की. उनकी मांग है कि यदि सरकार अपने आदेश को वापस नहीं लेती है और उन्हें नौकरी नहीं देती है तो आने वाले दिनों में उग्र होकर प्रदर्शन किया जाएगा.

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