Cyber fraud: जयपुर के पुलिस आयुक्तालय हिम्मपुरा तुंगा थाना क्षेत्र हाल जोधपुर पुलिस आयुक्तालय के कांस्टेबल राजेश मीणा पुत्र पूरणमल की तरफ से धोखाधड़ी की रिपोर्ट दी गई है. उसने बताया कि वह साल वर्ष 2015 में पुलिस कांस्टेबल के पद पर भर्ती हुआ. जुलाई 2021 में उसकी पोस्टिंग पुलिस लाइन में थी.
पैसा दोगुना करने के लिए दिया टास्क
कांस्टेबल ने बताया कि उसके मोबाइल पर एक टेलीग्राम मैसेज का लिंक आया था. लिंक खोलने पर पता लगा कि किसी कंपनी द्वारा धन दोगुना करने के लिए टास्क दिया जाता है. इस झांसे में आकर उसने लिंक को क्लिक करके बातचीत शुरू कर दी. कुछ समय तक तो उसे टास्क के नाम पर मुनाफा मिलता रहा, लेकिन बाद में मुनाफा बढ़ने पर शातिरों ने भेजने के नाम रुपए डालने को कहा।
शातिरों के खातों में 30 लाख रुपए किए ट्रांसफर
कांस्टेबल पहले भी बहुत रुपए लगा चुका था. वह रुपए वापस चाहता था, इसलिए वह झांसे में आता गया. दिसम्बर 21 से जुलाई 2023 तक 30 लाख रुपए शातिरों के खातों में फोन पे, यूपीआई और पेटीएम करता रहा. उसे रुपए नहीं मिले. राजेश मीणा पुलिस आयुक्तालय में रहते कई थानों में अपनी ड्यूटी की है. अब बासनी थाने में इस बाबत धोखाधड़ी की रिपोर्ट दी है।
उधार रुपए लेकर जमा कराए पैसा
एनडीटीवी से बातचीत करते हुए राजेश मीणा ने बताया कि यह लोग इतने शातिर थे कि वह उनकी बातों में फंसा चला गया. यहां तक की अपनी डूबी हुई रकम को निकालने के लिए उसने लोगों से और पैसे उधार लेकर जमा करवाए. उसके पैसे डूब गए. लोगों से जो उधार लिए थे वह भी रकम डूब गई.
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