Jaipur: राजस्थान हाईकोर्ट के B-ब्लॉक में संविदाकर्मी मनीष कुमार सैनी ने किया सुसाइड, पुलिस मौके पर पहुंची

राजस्थान हाई कोर्ट मुख्यत: जोधपुर में है, और उसकी एक बेंच/पीठ जयपुर में है. ये हादसा जयपुर हाई कोर्ट बिल्डिंग के परिसर में हुआ है, जिसकी अब पुलिस जांच कर रही है.

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Rajasthan News: जयपुर स्थित राजस्थान हाई कोर्ट की बिल्डिंग में शुक्रवार सुबह संविदाकर्मी मनीष कुमार सैनी ने सुसाइड कर लिया है. अशोक नगर थाने की पुलिस को बिल्डिंग के बी-ब्लॉक में तीसरी मंजिल से मनीष का शव बरामद हुआ है, जिसे कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है. फिलाहल घटना के कारणों का पता नहीं चल सकता है. लेकिन पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. वहीं दूसरी ओर हाई कोर्ट परिसर में हुए इस सुसाइड से हड़कंप की स्थिति बन गई है. 

कम सैलरी मिलने से था परेशान

मनीष सैनी हाईकोर्ट में संविदा पर कार्यरत था. वह हर रोज बांदीकुई से काम करने आता था. आज वह सवेरे 7 बजे आया और उसके कुछ देर बाद उसने फंदे से लटक कर आत्महत्या कर ली. साथी कर्मचारी बताते हैं कि काफी कम तनख्वाह मिलने और दूसरे कर्मियों के व्यवहार से वह खासा परेशान था. उसकी नियमित भर्ती का मामला न्यायालय में था. इस मुकदमें में वह लाखों रुपये खर्च कर चुका था. आर्थिक और मानसिक दबाव से परेशान मनीष ने आज हाईकोर्ट परिसर में आत्महत्या कर ली. 

3 मांग लेकर धरने पर बैठे कर्मचारी

घटना की सूचना मिलते ही दूसरे कर्मी और वकील भी जमा हो गए. जीए ऑफिस के बाहर सभी ने धरना शुरू कर दिया. कर्मियों की मांग है कि मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी दी जाए, परिवार को एक करोड़ रुपये मुआवजा एवं बच्चों की पढ़ाई का खर्च वहन सरकार वहन करे. जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाती है, तब तक वे धरना जारी रखेंगे. वहीं FSL की टीम ने भी मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है.

बड़े अधिकारियों से जांच की मांग

बताया जा रहा है कि मृतक की पत्नी B.A पास है, इसलिए उसे नौकरी दी जाए. घर में वो कमाने वाला इकलौता इंसान था, इसीलिए बच्चे और माता-पिता के पालन पोषण के लिए एक करोड़ रुपये की सहायता राशि की मांग की गई है. इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट में लंबित SLP को वापस लेने का मुद्दा भी उठाया जा रहा है. कर्मचारियों ने इस मामले की उच्च अधिकारी से निष्पक्ष और तुरंत जांच करवाने की मांग की है.

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