Cyber Crime in Deeg: राजस्थान के डीग जिले में एसपी राजेश कुमार मीणा के निर्देशन लगातार साइबर अपराधियों के ऊपर लगाम लगाने के लिए ऑपरेशन एंटीवायरस अभियान के तहत कार्रवाईयां की जा रही है, लेकिन ऑपरेशन को ताक पर रखते हुए साइबर ठग भी आए दिन नए- नए पेतरे अपनाकर घर बैठें जंगलों में साइबर ठगी को अंजाम दे रहे हैं.इसे देखते हुए डीग जिले की खोह पुलिस ने आईजी राहुल प्रकाश एसपी और राजेश कुमार मीणा के निर्देशन में साइबर ठगों के पर कार्रवाई करते हुए गांव भोडाकी के जंगलों से 5 साइबर ठगो को ऑनलाइन ठगी करते हुए गिरफ्तार किया है.इनके पास मौके से 5 मोबाइल फोन बरामद किए है,जि जहां मोबाइलों फोन की गैलरियों को चेक किया गए तो उसमें ठगी के चैट्स, स्क्रीन शॉट्स और फर्जी प्रोफ़ाइल बनी मिली है.
इस तरह देते थे ठगी को अंजाम
पुलिस पूछताछ में गिरफ्तार साइबर ठगों ने बताया कि वो अनजान लोगों को फोन पे, गूगल पे के फर्जी ट्रांजेक्शन स्क्रीनशॉट भेजकर उन्हें झांसे में लेते थे. उनसे कहते थे कि पैसे गलत अकाउंट में ट्रांसफर हो गए हैं. साथ ही ये भी कहते थे कि उन्होंने इस ट्रांजेक्शन का स्क्रीनशॉट अपलोड कर दिया है. अगर वो कुछ रकम काटकर भेजे गए पैसे वापस कर दें तो अच्छा रहेगा. ज्यादा पैसों के झांसे में आकर दूसरा व्यक्ति कुछ रकम काटकर उनके अकाउंट में पैसे भेज देता था. जबकि दूसरे व्यक्ति को ये पता नहीं होता कि ये फर्जी स्क्रीनशॉट है, जब उसके अकाउंट से बैलेंस कट जाता है तो उसे ठगी का पता चलता है. इस तरह से ये गिरफ्तार साइबर ठग देश की भोली-भाली जनता के साथ ठगी को अंजाम देते थे.
सावधानी बरतने की पुलिस ने की अपील
पुलिस ने इसको लेकर सतर्क रहने की अपील की है. अगर कोई अनजान व्यक्ति आपको गूगल पे और फोन पे के फर्जी ट्रांजेक्शन स्क्रीनशॉट भेजता है तो सबसे पहले आप अपना बैंक बैलेंस चेक करें. फोन पे और गूगल पे की हिस्ट्री चेक करें तभी आपको कन्फर्म होगा कि उस व्यक्ति ने आपको फर्जी स्क्रीनशॉट भेजा है या असली क्योंकि ये एक ऐसा गिरोह है जो बड़ी चालाकी से सामने वाले को अपने जाल में फंसाता है और फिर लोगों को ठगता है.
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