ठगी का नया तरीका: IAS-IPS अफसरों की फोटो लगी ID से करते मैसेज, फिर ऐसे लोगों को बनाते शिकार

सोशल मीडिया का उपयोग जितना अधिक हो रहा है, साइबर अपराधी उतने ही सक्रिय होते जा रहे हैं. जयपुर और अन्य जिलों में साइबर ठगी के कई मामले सामने आए हैं, जिनमें बड़े अधिकारी भी शिकार हुए हैं.

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प्रतीकात्मक तस्वीर

Rajasthan News: सोशल मीडिया का सहारा अब केवल आम आदमी ही नहीं बल्कि अपराधी भी खूब उठा रहे हैं. आम आदमी जितना अधिक सोशल मीडिया का उपयोग कर रहा है, अपराधियों के लिए उन्हें शिकार बनाना उतना ही आसान होता जा रहा है. राजधानी जयपुर सहित प्रदेश के कई जिलों में साइबर ठगी से जुड़े मामले सामने आए हैं, जिनमें IAS-IPS जैसे बड़े उद्योगपति भी शामिल है. बीते दिनों दौसा, अलवर और करौली जिला कलेक्टर के नाम से फर्जी ID बनाकर ठगी करने का प्रयास किया गया. साइबर ठगों ने इन अधिकारियों के नाम से व्हाट्सएप आईडी बनाकर लोगों से रुपये मांगे, बाद में मामले का खुलासा हुआ.

ऐसे मिल रहा अपराधियों को संरक्षण

हालांकि समय रहते मामले की जानकारी पुलिस को दी गई, जिसके बाद पुलिस ने नंबरों के आधार पर जांच शुरू की. लेकिन यह तो केवल अधिकारियों की बात है. रोजाना हजारों लोगों को ठगी का शिकार बनाया जा रहा है. लेकिन ज्यादातर लोग शर्मिंदगी के चलते पुलिस तक मामला नहीं पहुंचाते हैं. ऐसे में अपराधियों को और संरक्षण मिलता है.

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साइबर ठगों के चपेट में आएं सवाई माधोपुर के कलेक्टर

बीते दिन विदेशी व्हाट्सएप नंबर पर सवाई माधोपुर की नवनियुक्त कलेक्टर शुभम चौधरी का फोटो लगाकर मैसेज करने का मामला सामने आया है. भनक लगते ही IAS शुभम चौधरी ने सवाई माधोपुर पुलिस अधीक्षक ममता गुप्ता को मामले की जानकारी दी. इस पर SP ने तुरंत उज्बेकिस्तान के +99 वाले नंबर को ट्रेस करने के लिए साइबर सेल को निर्देश दिए. साइबर ठगों ने करौली, दौसा, राजसमंद सहित सवाई माधोपुर कलेक्टर के फोटो विदेशी व्हाट्सएप नंबर पर लगाकर कई अधिकारियों को हाउ आर यू डूइंग लिखें मैसेज भेजे.

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सवाई माधोपुर कलेक्टर शुभम चौधरी ने खुद यह स्वीकार किया कि ठग ने फर्जी तरीके से विदेशी व्हाट्सएप नंबर पर डीपी में उनकी फोटो का उपयोग किया है. मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक ममता गुप्ता ने कहा कि मामले की जांच और ट्रैस की कार्रवाई के लिए साइबर सेल को निर्देश दिए हैं.

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लड़कियों के नाम पर बन रही फर्जी ID

राजधानी जयपुर के अलग-अलग इलाकों में टेलीग्राम-इंस्टाग्राम जैसी सोशल साइट्स पर फर्जी आईडी बनाकर लड़कों को शिकार बनाया जा रहा है. लड़की के नाम से ये साईबर ठग फर्जी आईडी बनाते हैं और उसके बाद मनचाही जगह पर लड़कों को बुलाकर उनसे लूटपाट करते है.

लड़की के नाम पर युवक को मिलने बुलाया 

27 सितंबर को भांकरोटा थाना पुलिस को शिकायत मिली थी कि टेलीग्राम पर 2 बदमाशों ने लड़की की ID बनाकर युवक को मिलने बुलाया. इसके बाद वहां 2 व्यक्ति आए और उसे जबरदस्ती कार में बैठाकर सुनसान जगह ले गए. मारपीट कर मोबाइल फोन से गेमिंग ID पर 3 बार 47,400 ट्रांसफर करवा लिए.

साथ ही पिताजी से डेढ़ लाख रुपये मंगवाने के लिए कहा. मना करने पर पीड़ित का वीडियो बनाते हुए खाली कागज पर लिखवाया की वह लड़कियां सप्लाई करता है, इसके बाद आरोपियों ने शक्स रामचंद्रपुरा पुलिया के नीचे उतारकर भाग गए.

ऐसी घटना होने पर पुलिस को जरूर सूचित करें

राजधानी जयपुर के वेस्ट जिले में अभी हाल ही में 2-3 ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनमें सोशल मीडिया के माध्यम से शिकार बनाए गए CDP वेस्ट अमित कुमार ने बताया कि बीते दिनों मुरलीपुरा करणी विहार भांकरोटा आदि थानों में इस तरह के मामले सामने आए हैं, जिनमें पुलिस की जांच जारी है. ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और आम जनता से भी अपील है कि इस तरह की घटना होने के बाद पुलिस को सूचना देनी चाहिए, जिससे अपराधियों पर पुलिस कार्रवाई कर सके.

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