दौसा: नगरपालिका की लापरवाही से खतरे में आई किशोरी की जान, बंदरों के हमले में छत से नीचे गिरी 16 वर्षीय लड़की

बांदीकुई नगरपालिका पालिका ने बंदरों को पकड़ने के टेंडर जारी कर रखा है. इस पर लोगों का कहना वह सिर्फ कागजों में चल रहा है.

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Rajasthan News: दौसा की सबसे बड़ी बांदीकुई नगरपालिका के दावे लगातार दम निकलते जा रहे हैं. नगरपालिका की लापरवाही से आए दिन लोगों की जान मुसीबत में पड़ रही है. बीते काफी दिनों से बांदीकुई नगरपालिका के लोग बंदरों के आतंक से परेशान हैं, लेकिन प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा है. अब प्रशासन की लापरवाही के कारण 16 वर्षीय एक बालिका की जान खतरे में आ गई है. बुधवार को वार्ड नंबर 22 में किशोरी सौम्या जैन छत की पहली मंजिल पर कपड़े सुखाने गई थी. इसी दौरान बंदलों के झुंड ने किशोरी पर हमला बोल दिया. 

सिर में आई गंभीर चोट

बंदरों के हमले की वजह से किशोरी छत से नीचे गिर और बालिका के सिर पर गंभीर चोट आ गई. इसके अलाना उसका हाथ-पैर भी फ्रैक्चर हो गया है. परिजनों ने घायल बालिका को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया, हालत गंभीर होने पर बालिका को प्राथमिक उपचार के बाद जयपुर रेफर कर दिया गया. फिलहाल जयपुर के एक अस्पताल में बच्ची का इलाज चल रहा है.

बंदरों के झुंड ने बच्ची पर किया हमला

बच्ची के पिता तत्कालीन गहलोत कांग्रेस सरकार में मनोनीत पार्षद रह चुके हैं. वैसे बांदीकुई की नगरपालिका ने बंदरों को पकड़ने की कई बार बात कही हो, लेकिन सारे दावों का दम जब निकला. जब बंदरों एक झुंड ने बालिका पर हमला बोल दिया. इससे वह छत से नीचे गिर गई. नगरपालिका पालिका ने बंदरों को पकड़ने के टेंडर जारी कर रखा है.

लोगों का कहना है कि वह सिर्फ कागजों में चल रहा है. नगरपालिका के ईओ नमन शर्मा का कहना है कि बंदर पकड़ने का टेंडर समाप्त हो गया है. वित्तीय वर्ष में नए टेंडर जारी किए जायेंगे. फिलहाल बंदरों की जगहों को चिन्हित करके जाल बंधवाने की कार्रवाई की जारी है. जल्द नए टेंडर प्रक्रिया करेंगे.

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