राजस्थान: स्कूल में मिड डे मील का खाना खाते ही बीमार हुए 92 बच्चे, मचा हड़कंप

बच्चों के बीमार होने और फूड प्वाइजनिंग के कारण का टीम पता लगाएगी. फूड सेफ्टी और एजुकेशन डिपार्टमेंट की टीम चूड़ियावास स्कूल के लिए रवाना हो गई है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
स्कूल में मिड डे मील का खाना खाते ही बीमार हुए 92 बच्चे

Rajasthan News: राजस्थान के दौसा जिले के नांगल राजावतान के चूड़ियावास सरकारी स्कूल में फूड प्वाइजन का मामला सामने आया है. स्कूल में बच्चों को पोषाहार देने के बाद उनकी अचानक से तबीयत बिगड़ गई. जिसके बाद प्रशासन में हड़कंप मंच गया. जानकारी के मुताबिक, करीब 92 स्कूल के बच्चे फूड प्वाइजनिंग के शिकार हुए हैं. डीएम का कहना है कि बच्चों की स्थिति सामान्य है. मामले की जांच की जाएगी, जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. 

खाने में दी गई रोटी सब्जी 

बीसीएमएचओ डॉ. मनमोहन ने बताया कि सुबह करीब 8 बजे स्कूल में पोषाहार में स्कूल प्रशासन ने को बच्चों दूध दिया था. उसके आधे घंटे बाद बच्चों को रोटी और आलू की सब्जी दी गई. भोजन करने के आधे घंटे बाद बच्चों को पेट में दर्द और बेचैनी होने की शिकायत पर नांगल राजावतान सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर भर्ती करवाया गया था. जहां अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद 20 बच्चों को हायर सेंटर इलाज के लिए रेफर किया है. 

जांच के लिए टीमें गठित

स्कूली बच्चों के बीमार होने की सूचना पर जिला कलेक्टर देवेन्द्र कुमार यादव अस्पताल पहुंचे और मामले की जानकारी ली. स्कूली बच्चों की हालत के बारे में कलेक्टर ने बताया कि 50 से अधिक बच्चे पेट दर्द और सिर दर्द पर सीएचसी नांगल राजावतान में आए थे. शुरुआती तौर मिली जानकारी के अनुसार, स्कूल में करीब 200 बच्चों को पोषाहार दिया गया था. कलेक्टर के निर्देश पर दो टीमें का गठन किया गया है, मामले की जांच करेंगी.

कलेक्टर बोले- दोषियों के खिलाफ होगी कार्रवाई

फूड सेफ्टी और एजुकेशन डिपार्टमेंट की टीम चूड़ियावास स्कूल के लिए रवाना हो गई है. फूड सेफ्टी टीम फूड के सैंपल का प्रजर्व करेगी जो पोषाहार बच्चों को दिया गया था, उसके समस्त तत्वों का सेफ्टी टीम जांच करेगी. बच्चों के बीमार होने और फूड प्वाइजनिंग के कारण का टीम पता लगाएगी. कलेक्टर देवेन्द्र कुमार ने बताया सभी बच्चों की स्थिति सामान्य है. जांच के आदेश दे दिए गए हैं, जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी.

Advertisement

यह भी पढ़ें-

राजस्थान हाईकोर्ट ने लगाया ब्रेक, अब 1500 रुपये प्रति घंटे की फीस नहीं दे पाएंगे खिलाड़ी, जानिए पूरा मामला

Rajasthan: मॉर्निंग प्रेयर के समय स्कूल पहुंच गए शिक्षा मंत्री, 10 टीचर एब्सेंट मिले, शिक्षा अधिकारी खेत पर थे, फिर हुआ एक्शन

Advertisement