दौसा के जवान जितेंद्र सिंह की आज होगी विदाई, बीकानेर में युद्धाभ्यास के दौरान बम फटने से हुए थे शहीद

Jitendra Singh martyred during war practice in Bikaner: बुधवार (18 दिसंबर) को बीकानेर में युद्ध अभ्यास के दौरान जितेंद्र सिंह राजपूत शहीद हुए थे. उनके पैतृक गांव में ही सैन्य सम्मान के साथ अंत्येष्टि की जाएगी.

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Dausa Last rites of soldier Jitendra Singh: दौसा जिले के महुआ उपखंड क्षेत्र के गाजीपुर निवासी शहीद जितेंद्र सिंह राजपूत की पार्थिव देह आज महवा पहुंची. उनके पैतृक गांव में ही सैन्य सम्मान के साथ अंत्येष्टि की जाएगी. बुधवार (18 दिसंबर) को बीकानेर में युद्ध अभ्यास के दौरान जितेंद्र सिंह राजपूत शहीद हुए थे.  महवा कस्बे के थाना अधिकारी जितेंद्र सिंह सोलंकी सहित पुलिस स्टॉफ और आमजन ने पुष्प अर्पित कर शहीद को नमन किया, जिसके बाद पार्थिव देह गाजीपुर के लिए रवाना हुई. जितेंद्र सिंह (Jitendra Singh) ने महज 19 साल की उम्र में वह देश सेवा का जज्बा लेकर सेना में भर्ती हुए थे. 

फील्ड फायरिंग रेंज में तोपा का अभ्यास करने के दौरान फटा बम

बीकानेर के महाजन फील्ड फायरिंग रेंज के नॉर्थ कैंप में तोपाभ्यास के दौरान बम फट गया था. इस दर्दनाक घटना में बुधवार को दौसा के सैनिक जितेन्द्र सहित एक और सैनिक शहीद हो गए थे. जबकि एक अन्य सैनिक गंभीर रूप से घायल भी हुए थे.

2005 में सेना में हुए थे भर्ती

जितेंद्र सिंह 16 सितंबर 2005 को सेना में भर्ती हुए थे. जितेंद्र सिंह जम्मू-कश्मीर आर्मी में तैनात थे.सूरतगढ़ (बीकानेर) में युद्ध अभ्यास के दौरान तोप में बारूद भरते समय बम फटने की वजह से उनकी मौत हो गई. जितेंद्र सिंह की मौत की सूचना के बाद  उनकी पत्नी, दोनों बच्चें समेत पूरा परिवार सदमे में है. 

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