Rajasthan Road Accident: डीजल टैंकर से बाइक सवार पिता और पुत्र की टक्कर, 1 KM सड़क पर घिसटता रहा शव

Accident News: तेज गति से आ रहे एक टैंकर ने पिता-पुत्र की बाइक को पीछे से टक्कर मार दी. इससे दोनों का संतुलन बिगड़ा और वह उछलकर टैंकर के पहिए के पास जा गिरे.

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Deeg Road Accident: राजस्थान के डीग जिले में एक खतरनाक सड़क हादसा सामने आया है. इस हादसे में जिले के कस्बा नगर में कैलाश मिश्रा की टाल के पास एक डीजल टैंकर चालक ने बाइक सवार पिता-पुत्र को टक्कर मार दी. टैंकर चालक ने लापरवाही दिखाते हुए पिता-पुत्र को बुरी तरह कुचल दिया और दोनों के शवों को सड़क पर 1 किलोमीटर तक घसीटता हुआ ले गया, जिसमें दोनों की मौके पर ही मौत हो गई. इस घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए नगर डीग भरतपुर मार्ग पर जाम लगा दिया.

धरना-प्रदर्शन करते हुए ग्रामीण

टैंकर ने पिता-पुत्र की  बाइक में मारी जोरदार टक्कर

बीती रात गांव तारोदर वर्तमान नगर सीकरी रोड निवासी रामलाल सैनी और उसका पुत्र हरेंद्र सैनी बाइक पर सवार होकर खेरली मार्ग गोकुलधाम कॉलोनी स्थित अपने पुराने मकान पर सोने जा रहे थे. तभी बस स्टैंड के पास तेज गति से आ रहे एक टैंकर ने अचानक उनकी बाइक को पीछे से टक्कर मार दी. इससे बाइक पर सवार पिता-पुत्र का संतुलन बिगड़ गया और दोनों उछलकर टैंकर के पहिए के पास जा गिरे. टैंकर चालक दोनों को करीब 1 किलोमीटर तक घसीटता हुआ ले गया. इससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई. इस घटना के बाद टैंकर चालक पुलिस के डर से मौके से फरार हो गया.आसपास रहने वाले लोगों ने तुरंत घटना की सूचना सिटी पुलिस को दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने सूचना के आधार पर डीग में नाकाबंदी के दौरान टैंकर चालक को टैंकर को गिरफ्तार कर लिया.

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परिजनों ने रखी सरकारी नौकरी और आर्थिक सहायता की मांग

वहीं, दूसरी तरफ इस घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने नगर डीग मार्ग पर जाम लगाकर धरना-प्रदर्शन किया.मृतक के परिजनों ने वाहन चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर मुआवजे की मांग भी की. हादसे को लेकर लोगों का कहना है कि नगर डीग मार्ग पर पहले भी तीन बार इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं. लेकिन पीडब्ल्यूडी ने अभी तक इस मार्ग पर स्पीड ब्रेकर नहीं लगाया है, जबकि लोग कई बार इसकी मांग कर चुके हैं. जाम और प्रदर्शन की सूचना मिलने पर डीग एडिशनल एसपी गुमना राम और उपखंड अधिकारी अनुराग हरित मौके पर पहुंचे. उन्होंने मृतक के परिजनों और गुस्साए ग्रामीणों से बातचीत की. इस पर उन्होंने मृतक के परिजनों में से एक को सरकारी नौकरी देने की मांग पर ही शव उठाने की शर्त रखी. मरने वाले पिता पुत्र में से मृतक पिता रामलाल सैनी मेल नर्स प्रथम के पद से  31जुलाई को रिटायर हुए थे जबकि उनके साथ इस हादसे में मरने वाला उनका बेटा हरेंद्र हाल ही अभी सरकारी अध्यापक में उसकी पोस्टिंग हुई थी.

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