Alwar News: राजस्थान के अलवर शहर में दिवाली की रात पटाखे चलाते समय एक बच्चे के साथ दर्दनाक दुर्घटना हो गई. अलवर में 15 साल का एक लड़का अपने दोस्तों के साथ पटाखे चला रहा था. उसने अपनी जेबों में पटाखे रखे हुए थे. वह हाथों में दिया लेकर पटाखे जला रहा था. लेकिन अचानक वह दिया उसके हाथों से गिर गया. उसकी चिंगारी से उसके जेब में रखा सुतली बम (Sutli Bomb) फट गया. इससे बच्चे के पैर और गुप्तांग बुरी तरह झुलस गए. घायल बच्चे को तत्काल उसके परिजन अस्पताल भागे. वहां उसका इलाज चल रहा है और उसकी हालत में सुधार हो रहा है.
घायल छात्र का नाम नैतिक है. वह अलवर के वैशाली नगर थाना क्षेत्र के दिवाकरी इलाके का निवासी है और 9वीं कक्षा का छात्र है. उसके बड़े भाई हरीश ने बताया कि दिवाली की रात 11 बजे उसका छोटा भाई नैतिक दूसरे बच्चों के साथ पटाखे जला रहा था. नैतिक ने जेब में छोटे बम रखे हुए थे और हाथ में दीपक लेकर पटाखे जला रहा था. वह दीपक उसके पैर पर गिर गया और उसकी चिंगारी से जेब में रखे पटाखों में आग लग गई और वह गंभीर रूप से जल गया.
"बैन के बाद भी कैसे बिक रहे पटाखे?"
घायल छात्र के भाई ने इस बात पर रोष जताया कि पटाखों पर प्रतिबंध के बाद भी बड़ी आसानी से पटाखे बिक रहे हैं. हरीश ने कहा, "हमें इतनी परेशानी इसलिए हो रही है क्योंकि सरकार और प्रशासन पटाखों पर प्रतिबंध के बारे में सख्त नहीं है. बैन होने के बावजूद पटाखे खुले आम मिल रहे हैं. हर दुकान और रेहड़ी पर पटाखे बिक रहे हैं."
हरीश ने आगे कहा,"ऐसे में बच्चों को अगर पटाखे दिखेंगे तो वो पटाखे खरीदेंगे ही. अगर प्रशासन ढीला नहीं होता तो इस तरह से पटाखे हर जगह नहीं मिल पाते. पटाखों पर अगर बैन है तो वह पूरी तरह से लागू होना चाहिए. आप यह भी देखिए कि अलवर में रात 11 बजे के बाद पटाखों के जलाने पर रोक है, लेकिन रात को भी पटाखों के चलने की आवाज सुनाई दे रही थी."
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