Ram Mandir Pran Pratishta: राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा जुलूस में डीजे बजाने पर रोक, हिंदू संगठन बोले- हम बजाकर रहेंगे, चाहे टकराव हो...

DJ Ban on Ram Mandir Pran Pratishta: अयोध्या में राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर शहर में होने वाले कार्यक्रमों में कानून व्यवस्था को लेकर धार्मिक जुलूसों में बिना परमिशन डीजे बजाने पर पाबंदी लगाई गई है. डीजे बजाने पर रोक लगाने के बाद हिंदू संगठनों ने प्रशासन के इस फैसले का विरोध किया है.

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राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर डीएम की अध्यक्षता में आयोजित शांति समिति की बैठक.

Ram Mandir Pran Pratishta: अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूरे देश में उत्साह की लहर है. 22 जनवरी को जब अयोध्या में राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा होगी तो उस दिन पूरे देश में एक साथ होली-दीवाली मनाई जाएगी. इसकी व्यापक तैयारी जारी है. शहर-बाजार, चौक-चौराहों पर राम मंदिर के झंडे बिक रहे हैं. लोग अपने-अपने तरीके से राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा के पवित्र अवसर को भुनाने में लगे हैं. मंदिरों की सफाई हो रही है. छोटे-बड़े शहरों और कस्बों में भी लोग सेलिब्रेशन के मुड में नजर आ रहे है. कई जगहों पर इस मौके पर धार्मिक जुलूस निकालने की तैयारी भी की जा रही है. लेकिन धार्मिक जुलूस से सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ने की आशंका जताई जा रही है. जिसे लेकर प्रशासन ने राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा जुलूस में डीजे बनाने पर रोक लगा दी है. लेकिन प्रशासन के इस फैसले से हिंदू संगठन नाराज है. 

दरअसल अयोध्या में राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर शहर में होने वाले कार्यक्रमों में कानून व्यवस्था को लेकर धार्मिक जुलूसों में बिना परमिशन डीजे बजाने पर पाबंदी लगाई गई है. डीजे बजाने पर रोक लगाने के बाद हिंदू संगठनों ने प्रशासन के इस फैसले का विरोध किया है. पूर्व विधायक अशोक डोगरा ने एक बयान जारी कर प्रशासन को चेतावनी दी है कि प्रशासन ने जुलूस के दौरान डीजे बजाने के लिए रोका तो हम प्रशासन से टकराव करने के लिए तैयार है. इसके लिए चाहे हमें जेल तक क्यों न जाना पड़े.

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डोगरा ने कहा कि डीजे बजाने के लिए एसपी टांग अड़ा रहा है. इस राम प्रतिष्ठा के अवसर पर लोग डीजे बजाएंगे, लड्डू भी बाटेंगे पटाखे भी फोड़ेंगे और दीया भी जलाएंगे. यह अवसर उत्साह का अवसर है. इधर डीजे बजाने का मामला यहीं नहीं रुका हिंदू संगठनों ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन करने तक की चेतावनी दे डाली, चेतावनी देने के बाद ही जिला प्रशासन के हाथ पैर भी फूल गए। प्रशासन ने आनन फानन में शांति समिति की बैठक बुलाकर नियमो से चलने की अपील की.

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राजस्थान के बूंदी जिले का मामला

यह मामला राजस्थान के बूंदी जिले का है. जहां बूंदी जिला प्रशासन ने एक बैठक में राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा में बिना अनुमति के डीजे बनाने पर रोक लगा दी है. प्रशासन के इस फैसले पर हिंदू संगठनों ने विरोध जताया है. हिंदू संगठनों द्वारा विरोध जताए जाने पर प्रशासन सकते में आ गया है. जिला प्रशासन से जानकारी लेने पर बताया कि 22 तारीख को होने वाले जुलूस को लेकर किसी प्रकार की कोई परमिशन नहीं ली गई है. ना ही डीजे बजाने को लेकर कोई परमिशन ली गई है. ऐसे में परमिशन का तो कोई सवाल बनता ही नहीं. 

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एएसपी राम कुमार ने कहा कि शहर के अलग-अलग क्षेत्र में सादे वर्दी में भी जवान तैनात रहेंगे. धार्मिक आयोजनों में डीजे पहले से ही जिले में प्रतिबंध है,  इसके लिए सभी समाजों ने स्वीकृति भी दे रखी है. इसके लिए और दुकानों के सामने दो से चार स्पीकर लगाकर आयोजन कर सकते हैं. एएसपी रामकुमार कस्वां ने बताया कि बिना परमिशन किसी ने डीजे बजाया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. श्रीराम लला की प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव के दिन व ट्रैफिक व्यवस्था के विशेष बंदोबस्त किए जांएगे. 

एएसपी ने आगे बताया कि यातायात के लिए अतिरिक्त कर्मी लगाए जा रहे हैं. साथ ही यह भी ध्यान रखा जाएगा कि आमजन को जाम का सामना नहीं करना पड़े। दुपहिया वाहन उस दिन बाजारों में आ-जा सकेंगे। लेकिन चार पहिया वाहनों का प्रवेश बाजारों में 22 को प्रतिबंधित रहेगा.

एक-दूसरे की खुशी में शामिल होकर कायम करें सौहार्द्र की मिसालः कलक्टर

शनिवार को जिला कलक्टर अक्षय गोदारा की अध्यक्षता में जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक आयोजित हुई. बैठक में जिला कलक्टर ने कहा कि पूर्व की भांति आगे भी सभी सम्प्रदाय एक-दूसरे की खुशी में शामिल होकर साम्प्रदायिक सौहार्द्र की मिसाल को कायम रखें. बूंदी की सौहार्द्र की परंपरा को कायम रखते हुए सभी पर्व व उत्सव हर्षोल्लास और भव्यता के साथ मनाए जाएं. उन्होंने समिति सदस्यों का आह्वान किया कि वे आयोजनों पर पूर्ण निगरानी रखें और निष्पक्ष रहें. 

सतर्क रहे और ऐसी किसी भी घटना की जानकारी मिलने पर तुरंत अवगत कराएं. साथ ही असामाजिक गतिविधियों पर भी कड़ी नजर रखें और उसकी सूचना दें। जिला कलक्टर ने शांति समिति सदस्यों द्वारा उठाए गए मुद्दों को लेकर भरोसा दिलाया कि सबको साथ लेकर उन विषयों पर निर्णय लिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि सभी समाजों के प्रमुख साम्प्रदायिक सौहार्द्र बनाए रखने मंे अपना सहयोग दें। किसी भी असामाजिक तत्वों द्वारा शांति व्यवस्था को बिगाडने से संबंधी जानकारी  मिलने पर तत्काल प्रशासन को अवगत कराएं.

समाज में वैमनस्यता फैलाने वालों पर होगी कार्रवाई

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामकुमार कस्वां ने कहा कि पुलिस प्रशासन द्वारा समाज में वैमनस्यता फैलाने वाले तत्वों के खिलाफ नियमित कार्रवाई की जाए. कोई भी संदिग्ध गतिविधि जानकारी में आने पर उसकी जानकारी सतर्क होकर शीघ्र दें, ताकि समय पर कार्यवाही की जा सके. उन्होंने कहा कि शांति समिति सदस्यों द्वारा दिए गए सुझावों पर तुरंत कार्यवाही होगी. अपराधों की रोकथाम के लिए आमजन भी पुलिस प्रशासन का सहयोगी बने. सोशल मीडिया पैनी नजर रखी जा रही है. किसी भी तरह की अफवाह या वैमनस्यता बढ़ाने वाले संदेशों पर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी. 

बैठक में कहा गया कि सोशल मीडिया पर धार्मिक भावनाएं भड़काने और माहौल खराने करने वाले तत्वों के खिलाफ भी तुरंत सख्त कार्रवाई की जाएगी. बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर नीरज कुमार मीणा, पुलिस उपअधीक्षक नरेन्द्र पारीक, राजस्थान काजी कोसिंल चीफ अब्दुल शकूर कादरी, पूर्व मीणा समाज अध्यक्ष रामेश्वर मीणा, किशन जेसवानी, मोहम्मद सिद्दकी, पूर्व जिलाध्यक्ष गुर्जर समाज सोजीलाल धगाल, किराना संघ अध्यक्ष ओमप्रकाश जिंदल, बुद्धिप्रकाश, मोहनलाल चौधरी, मेहमूद अली, मौलाना असलम, बाबूद्दीन सरपंच जमीतपुरा, आदि मौजूद रहे.

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