बीसलपुर के जंगलों में मिले युवक-युवती के कंकाल का DNA टेस्ट से खुलेगा राज, अजमेर भेजे गए सैंपल

23 जुलाई को शंकर लाल सैनी ने अपनी पुत्री पिंकी सैनी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी. वहीं उसके अगले दिन 24 जुलाई को शिवजी नाथ ने अपने पुत्र जीतराम नाथ के साथ अप्रिय घटना होने को लेकर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी.

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Rajasthan News: बीसलपुर के जंगलों में रस्सी के सहारे लटकते मिले युवक ओर युवती के कंकालों की शिनाख्त भले ही जूतों ओर कपड़ों के सहारे परिजनों ने कर ली हो, लेकिन पुलिस ने मामले की गंभीरता देखते हुए संदिग्ध परिजनों के सैंपल लेकर फोरेंसिक लैब अजमेर भिजवाए हैं. रिपोर्ट आने के बाद ही डीएनए ओर मोबाइल रिकॉर्ड के आधार पर जांच आगे बढ़ेगी और यह साफ होगा कि जो कंकाल मिले थे वह प्रेमी युगल के ही थे, जिनकी अलग-अलग गुमशुदगी की रिपोर्ट उनके परिजनों ने 23 और 24 जुलाई को दर्ज करवाई गई थी.

आत्महत्या का मर्डर? जांच में जुटी पुलिस

बीसलपुर बांध के पास मौजूद बीसलपुर कंजर्वेशन रिज़र्व के पहाड़ों के घने जंगलों में 23 और 24 जुलाई को गुमशुदगी की रिपोर्ट में दर्ज होने वाले युवक जीतराम नाथ और युवती पिंकी सैनी के कंकाल घने जंगलों में एक साथ मिलने के बाद किसी अनहोनी की आशंकाओं से इंकार नही किया जा सकता है. यही कारण है कि पुलिस इसकी अब हर एंगल से जांच कर रही है और दोनों के परिजनों के सैंपल लेकर डीएनए जांच के लिए अजमेर भेजे गए हैं. टोडारायसिंह थाना पुलिस नरकंकालों के पास मिले कपड़ों व मोबाइल के आधार पर इनकी शिनाख्तगी के बाद अब डीएनए ओर मोबाइल के आधार पर मामले के खुलासे के प्रयास में जुटी है कि आखिर कैसे यह दोनो जंगलों तक पहुंचे और उसके बाद क्या हुआ? क्या प्रेमी युगल ने आत्महत्या की या फिर इनकी हत्या कर शव लटकाए गए? यह पुलिस के सामने बड़ा सवाल है?

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रास्ते में मिली थी युवक की मोटर बाइक

23 जुलाई को शंकर लाल सैनी ने अपनी पुत्री पिंकी सैनी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी. वहीं उसके अगले दिन 24 जुलाई को शिवजी नाथ ने अपने पुत्र जीतराम नाथ के साथ अप्रिय घटना होने को लेकर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी. उसी के बाद जंगलों में नर कंकाल मिले हैं. उसी जगह रास्ते में लगभग 40 दिन पहले लापता युवक की मोटर साइकिल मिली थी, लेकिन पुलिस ने जंगलों की तलाश करना उचित नहीं समझा और गुमशुदगी के मामले में लापरवाही का प्रमाण दिया था.

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कंकालों की जानकारी कैसे मिली?

इन कंकालों का पता उस समय चला जब जंगल में लकड़ी काटने गए लोगों ने वहां बदबू महसूस की और वहां पड़े दो नरकंकालों को देखा. इसके बाद गांव वालों को इसकी जानकारी दी. लोगों ने वहां पेड़ पर लटकी मिली रस्सियों को देख तुरंत इस मामले की जानकारी पुलिस को दी. उसके बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए टोडारायसिंह थाना पुलिस के अलावा केकड़ी से डीएसपी, एसपी व खुद एसपी विनीत बंसल मौके पर पहुंचे थे और विस्तृत मौका मुआयना किया.

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