Rajasthan Politics: हाल ही में राजस्थान के पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश में 2 हजार करोड़ रुपये की ड्रग्स पकड़ी गई है. वहीं इस पर मध्य प्रदेश के वरिष्ठ मंत्री ने कहा है कि मध्य प्रदेश में पकड़ी गई करीब 2 हजार करोड़ की ड्रग्स राजस्थान के सीमावर्ती जिले से आयी है. इस पर कांग्रेस नेता और राजस्थान विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि सीएम भजनलाल शर्मा राज्य में अपराधों का ग्राफ गिरने का दावा कर रहे हैं. लेकिन दूसरे राज्य में कहा जा रहा है कि राजस्थान से 2 हजार करोड़ की ड्रग्स आई है. ऐसे में सीएम भजनलाल शर्मा को स्पष्ट करना चाहिए कि इनमें कौन सही है.
टीकाराम जूली ने कहा, राजस्थान में नशे के कारोबार की जड़ें फैले होने का मध्य प्रदेश सरकार के वरिष्ठ मंत्री कैलाश विजयवर्गीय का दावा सही है तो यह बहुत गंभीर और चिंताजनक बात है. अगर मध्य प्रदेश सरकार झूठी तोहमत लगा रही है तो मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा इसका सार्वजनिक रूप से खुलासा करें.
गंभीर आरोप पर मुखिया और गृह मंत्री चुप हैं
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा है कि मध्य प्रदेश के भोपाल में 1814 करोड़ रुपये और झाबुआ में 168 करोड़ रुपये की ड्रग्स की दो खेप पकड़े जाने पर वहां के वरिष्ठ मंत्री जो बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव भी रहे हैं. वे राजस्थान पर आरोप लगा रहे हैं कि ड्रग्स के कारोबार की जड़ें राजस्थान में फैली हुई हैं. जूली ने कहा कि यह आरोप बहुत गंभीर है और राज्य के मुखिया जो गृह मंत्री भी हैं. उन्हें इसका स्पष्टीकरण देना चाहिए.
कई जिलों में पुलिस अधीक्षक तक सरकार नहीं लगा पा रही
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का यह बयान असंगत है कि राज्य में अपराधों का ग्राफ गिरा है. मुख्यमंत्री आंकड़ों के मकड़जाल का सहारा ले रहे हैं. विधानसभा के बजट सत्र में एक सवाल के जवाब में सरकार ने कबूला था कि वर्ष 2024 के शुरूआती छह महीनों में राज्य में महिला अपराध के बीस हज़ार 776 प्रकरण दर्ज हुए हैं. यह आंकड़ा चिंताजनक है और सरकार आंकड़ों की बाजीगरी से प्रदेश में बढ़ते अपराधों को रोकने में अपनी विफलता छिपाने की कोशिश कर रही है. जूली ने कहा कि प्रदेश में जंगलराज की स्थिति है. कई जिलों में पुलिस अधीक्षक तक सरकार नहीं लगा पा रही है. विगत दिनों भिवाड़ी में सरेआम एक ज्वैलर की लूट के इरादे से हत्या हुई. इसके बाद दिल्ली हाइवे पर एक होटल में रंगदारी वसूलने के लिए गोलियां बरसायी गयी.
जूली ने कहा कि जिस तरह मुंबई में वरिष्ठ राजनेता बाबा सिद्धिकी की जघन्य हत्या हुई है. उसके बाद राजस्थान में कानून व्यवस्था की समीक्षा को लेकर सरकार ने कोई बड़ा कदम नहीं उठाया. जबकि यह जगजाहिर है कि ऐसे कुख्यात गैंगस्टरों के निशाने पर राजस्थान और खास तौर पर राजधानी जयपुर लगातार रही है. आर्थिक महानगर के रूप में विकसित हो रहे जयपुर में नागरिकों की सुरक्षा के लिए राज्य सरकार को विशेष सजगता की जरूरत है.
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि प्रदेश की पर्ची सरकार प्रदेश में कानून व्यवस्था पर ध्यान देने में अब तक पूरी तरह विफल रही है. सिर्फ आंकड़ों की बाजीगरी और नित नये सर्क स दिखाकर सरकार सुशासन का दावा नहीं कर सकती. सुशासन धरातल पर दिखना चाहिए.
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