Rajasthan News: अजमेर में तेज बारिश से नवनिर्मित 'रामसेतु' एलिवेटेड रोड की पोल खुली, सड़क में पड़ी दरारें और गड्ढे

ट्रैफिक पुलिस के अधिकारी किशोर कुमार ने बताया कि बारिश के चलते गड्ढे और दरारें इतनी गंभीर हो गईं कि हादसे की आशंका को देखते हुए नगर निगम के कर्मचारियों ने तत्काल उस हिस्से को बेरिकेटिंग और मिट्टी से भरे कैट लगाकर बंद कर दिया है.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
अजमेर में धंसा पुल

Ajmer News: अजमेर में बुधवार को हुई तेज बारिश ने शहर की नई और बड़ी परियोजनाओं की गुणवत्ता पर सवाल खड़े कर दिए हैं. स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत करोड़ों रुपये की लागत से बने एलिवेटेड रोड, जिसे हाल ही में 'रामसेतु' नाम दिया गया था, उसकी एक भुजा में गंभीर गड्ढे और दरारें देखने को मिली हैं. यह भुजा फव्वारा चौराहे से मार्टिनेट ब्रिज की ओर आती है.बारिश के बाद सड़क की हालत देखकर स्थानीय लोगों में आक्रोश है.

रोड की गुणवत्ता उठे सवाल 

शिकायतकर्ता पंडित सुदामा शर्मा ने बताया कि निर्माण के समय से ही इस रोड की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठते रहे हैं, लेकिन प्रशासन ने आंखें मूंद रखी थीं. उन्होंने आरोप लगाया कि निर्माण सामग्री में भारी लापरवाही की गई, जिसका नतीजा आज जनता के सामने है. उन्होंने कहा कि सिर्फ नाम बदल देने से पुल की मजबूती नहीं बढ़ती, रामसेतु नाम देने के साथ गुणवत्ता का "सेतु" भी बनाना चाहिए था.

फिलहाल रास्ते पर रोकी आवाजाही 

ट्रैफिक पुलिस के अधिकारी किशोर कुमार ने बताया कि बारिश के चलते गड्ढे और दरारें इतनी गंभीर हो गईं कि हादसे की आशंका को देखते हुए नगर निगम के कर्मचारियों ने तत्काल उस हिस्से को बेरिकेटिंग और मिट्टी से भरे कैट लगाकर बंद कर दिया है. सुरक्षा के लिहाज़ से फिलहाल इस रास्ते पर वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है.

स्थानीय लोगों ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में हो रहे भ्रष्टाचार और लापरवाही पर सवाल उठाते हुए जांच की मांग की है. उनका कहना है कि करोड़ों रुपये खर्च करने के बावजूद ऐसी खामियां सामने आना, सरकारी कार्यप्रणाली की गंभीर विफलता है.

Advertisement

यह भी पढ़ें - "भीग गए, लेकिन ख्वाजा का दीदार हो गया", अजमेर की गलियों में भरा पानी, एक-दूसरे का हाथ थामे दरगाह पहुंचे जायरीन