अब 10वीं-12वीं की ओपन परीक्षा में भी पकड़े गए डमी कैंडिडेट, सरपंचों के बदले दे रहे थे परीक्षा

राजस्थान के बाड़मेर जिले से 10वीं, 12वीं की ओपन परीक्षा में डमी कैंडिडेट बिठाने का मामला सामने आया है. पुलिस ने 20 आरोपियों को हिरासत में लिया है, जिसमें तीन नाबालिग है. बताया जाता है कि इनमें से कई सरपंचों की जगह पर परीक्षा देने पहुंचे थे.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
10वीं-12वीं की परीक्षा देते पकड़े गए डमी कैंडिडेट.

Dummy candidates in Exam: सरकारी नौकरी की भर्ती परीक्षाओं में पेपर लीक, धांधली और डमी कैंडिडेट बिठाने के लिए कुख्यात राजस्थान से अब एक और अनोखा केस सामने आया है. सरकारी नौकरी की भर्ती परीक्षाओं में डमी कैंडिडेट के मामले तो पहले भी आते रहे हैं, लेकिन अब 10वीं-12वीं की ओपन परीक्षा में डमी कैंडिडेट बिठाने का मामला सामने आया है. हैरान करने वाला यह मामला राजस्थान के बाड़मेर जिले से सामने आया है. जहां जिले के चौहटन क्षेत्र के धनाऊ में सरकारी स्कूल में आयोजित में 10वीं और 12वीं स्टेट ओपन परीक्षा में डमी कैंडिडेट के रूप में परीक्षा दे रहे 20 आरोपियों को पुलिस में हिरासत में लिया है. इन 20 आरोपियों में 2 डमी कैंडिडेट वर्तमान सरपंचों की जगह परीक्षा दे रहे थे. हस्ताक्षर मिलान नहीं होने के चलते पकड़े गए. पकड़े गए 3 डमी कैंडिडेट नाबालिग है. पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है.

सरपंच की जगह दे रहे थे परीक्षा

पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि पकड़े गए डमी कैंडिडेट में 2 कैंडिडेट धनाऊ पंचायत समिति की आलमसर ग्राम पंचायत के सरपंच मिठन शाह और अमी मोहम्मद शाह की बस्ती ग्राम पंचायत की सरपंच सफुरा की जगह परीक्षा दे रहे थे. ऐसे में अंदेशा जताया जा रहा है कि पकड़े गए डमी कैंडिडेट आगामी पंचायती राज चुनाव लड़ने की मंशा रखने वाले रसूखदार लोगों की जगह परीक्षा दे रहे थे. ताकि आगामी चुनाव में शैक्षणिक योग्यता की अनिवार्यता बाधा नहीं बने.

Advertisement

पंचायतीराज और निकाय चुनाव में शैक्षणिक योग्यता अनिवार्य

साल 2014-15 के पंचायती राज और निकाय चुनावों में वसुंधरा राजे सरकार ने सरपंच पद के लिए न्यूनतम 8वीं पंचायत समिति सदस्य और पार्षद के लिए न्यूनतम  10वीं तक की शैक्षणिक योग्यता अनिवार्य की थी. जिसकी चलते कई नेता और पुराने राजनीतिक परिवार इस चुनाव में भाग नही ले सके थे. इस बार कुछ समय बाद पंचायती राज चुनाव होने है. ऐसे में ये रसूखदार नेता खुद या अपने परिवार के सदस्यों की शैक्षणिक योग्यता पूरी करने के लिए पैसे देकर डमी कैंडिडेट को परीक्षा में बिठाते हैं.

Advertisement


एक ही एग्जाम सेंटर में पकड़े सभी आरोपी

पुलिस के अनुसार सभी आरोपी एक ही परीक्षा केंद्र राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय आलमसरिया में डॉक्यूमेंट और एग्जाम सेंटर पर किए गए साइन मिलान नहीं हुए तो एग्जाम सेंटर प्रभारी को शक हुआ. जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई तो पूरा मामला सामने आया पुलिस ने 11 पुरुष, 9 महिलाओं को हिरासत में लिया है, जिसमें  से 3 नाबालिग बताएं जा रहे हैं.

यह भी पढ़ें - Pre D.El.Ed. Exam में पकड़े गए 6 डमी कैंडिडेट, धौलपुर में चचेरे भाई की जगह परीक्षा दे रहा मुन्नाभाई धराया

Advertisement