जोधपुर में ED की बड़ी कार्रवाई, हीरालाल चौधरी के घर से साढ़े 37 लाख रुपए कैश जब्त, जानें पूरा मामला

ED Action in Jodhpur: जोधपुर में ईडी की छापेमारी में साढ़े 37 लाख रुपए कैश जब्त हुए है. जांच एजेंसी की टीम मामले में आगे की छानबीन में जुटी है.

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ED Action in Jodhpur: आरोपी राकेश चौधरी की फाइल फोटो और घर में तलाशी में जुटी ईडी की टीम.

ED Action in Jodhpur: राजस्थान के जोधपुर जिले से इस वक्त की एक बड़ी खबर सामने आई है. जोधपुर में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की छापेमारी हो रही है. इस छापेमारी में अभी तक लाखों रुपए कैश जब्त होने की सूचना सामने आई है. मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार सुबह से ईडी की टीम जोधपुर के सांगरिया इलाके में स्थित हीरालाल चौधरी के घर पर तलाशी अभियान चला रही है. हालांकि दोपहर बाद ईडी की छापेमारी की बात मीडिया को पता चली. जिसके बाद शाम तक यह जानकारी सामने आई कि ईडी की इस रेड में करीब साढ़े 37 लाख रुपए कैश जब्त किए गए है.

प्रारंभिक जानकारी के अनुसार हीरालाल चौधरी के बेटे राकेश चौधरी ऑनलाइन फ्रॉड का आरोप है. बताया जाता है कि राकेश ऑनलाइन फ्रॉड करने वाले गिरोह का सरगना है. कुछ ही सालों में राकेश चौधरी ने ऑनलाइन ठगी के जरिए करोड़ों की संपत्ति बना ली है. 

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गुरुवार को ईडी की टीम जब जोधपुर के सांगरिया स्थित हीरालाल चौधरी के घर पहुंची और जांच शुरू की तो उसके बाद परिवार के पुरुष सदस्य फरार हो गए. हीरालाल चौधरी और राकेश चौधरी अभी फरार बताए जा रहे है. स्थानीय पुलिस और ईडी की टीम घर से कैश और अन्य दस्तावेजों को जमा कर रही है. 
 

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पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ईडी को अभी तक साढ़े 37 लाख रुपए कैश मिले हैं. साथ ही संपत्ति के दस्तावेज भी जब्त किए जाने की बात सामने आई है.

राकेशे के साथ 60-70 लड़के करते थे काम

बताया जाता है कि राकेश के साथ करीब 60 से 70 लड़के हैं, जो काम करते थे. उन लोगों को झांसे में लेकर उनके खाते खुलवाए गए थे और खाते में कमीशन के नाम पर पैसा देने का वादा किया था अब देखना यह है कि राकेश जब भी ईडी की गिरफ्त में आता है उसके बाद कई बड़े खुलासे होने की संभावना है.

मालूम हो कि ईडी की जांच के दायरे में आए राकेश उर्फ रिक्की चौधरी 30 साल का है. उसने जीडी मेमोरियल कॉलेज से पढ़ाई की है. ग्रेजुएशन के दौरान सॉफ्टटेक में कस्टमर सर्विस के रूप में नौकरी भी की. वर्ष 2015 में यह काम बंद कर विदेश की एक मेडिकल कंपनी के साथ बिलिंग का काम शुरू किया.

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राकेश ने कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया प्रोफाइल फेसबुक पर खुद के स्वीमिंग पूल की फोटो शेयर की थी, जिसमें लिखा था कि गहराइयां समुदर की नापते-नापते अंदर कि गहराईं तो नापना ही भूल गए. 

राकेश ने बीते कुछ समय में ऑनलाइन ठगी से अपनी जिंदगी को बेहतर बनाने का काम किया. लोगों से ऑनलाइन फ्रॉड कर ठगे गए पैसों को किराये के खातों से अपने बनाए और उन पैसों पर ऐश करनी शुरू कर दी. इन पैसों से काफी सम्पत्ति भी जुटाई है. पता चला है कि ठगी का पैसा जमीनों में लगाया है. 

पिता सामान्य किसान मजदूर, ठगी कर करोड़पति बना बेटा

इसकी दिनचर्या और जिंदगी बीते दो साल में बदली. रात में इसका ऑनलाइन का काम चलता था. पिता किसान मजदूर श्रेणी में हैं और यह भी पहले टिफिन लेकर दो पैसे कमाने के लिए घर से निकला करता था. अब घर में बैठ कर इंटरनेट के जरिए लोगों को ठगने का धंधा खुद शुरू कर दिया था.