Rajasthan News: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के बेटे वैभव गहलोत (Vaibhav Gehlot) आज प्रवर्तन निदेशालय की पूछताछ में शामिल होने के लिए करीब 11:30 बजे दिल्ली स्थित ED हेडक्वार्टर में पेश होंगे. ईडी ने 25 अक्टूबर को नोटिस जारी करते हुए वैभव को 26 अक्टूबर को पूछताछ के जयपुर स्थित ईडी ऑफिस में बुलाया था, लेकिन समय पर नोटिस में नहीं मिलने का हवाला देकर आरसीए अध्यक्ष वैभव गहलोत ने मीडिया से बातचीत में कहा कि 24 घंटे के कम समय में पेश होना मुमकिन नहीं था, इसलिए उन्होंने ई़डी के सामने निवेदन किया, जिसके बाद वैभव गहलोत अब 30 अक्टूबर को सुबह 11:30 बजे दिल्ली के ईडी ऑफिस में वैभव गहलोत पेश होंगे.
गहलोत ने किया था ट्वीट
अपने पुत्र को ईडी का समन मिलने के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, 'बेटे वैभव गहलोत को ईडी ने समन भेजा है, अब आप समझ सकते हैं, मैं लगातार कहता आ रहा हूं कि राजस्थान में रोज ईडी की रेड इसलिए हो रही है, क्योंकि बीजेपी यह नहीं चाहती कि यहां कि महिलाओं, किसानों और गरीबों को योजनाओं का लाभ मिल पाए. राजस्थान का सियासी तापमान हाई वोल्टेड ड्रामा में तब्दील हो रहा है.'
किस मामले में मिला समन?
9 जून को बीजेपी सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने ईडी में एक शिकायत दर्ज कराई थी. उन्होंने आरोप लगाया था कि कुछ व्यापारिक उपक्रमों का इस्तेमाल सीएम अशोक गहलोत के काले धन को सफेद करने के लिए किया जा रहा है. ईडी की शिकायत में वैभव गहलोत के खिलाफ और उनके व्यापारिक सहयोगी एक व्यक्ति के खिलाफ PMLA के तहत एक्शन की मांग की गई थी. शिकायत के बाद ईडी ने वैभव गहलोत को नोटिस भेजा गया.
करोड़ों रुपए मॉरीशस भेजने के आरोप
सूत्रों के मुताबिक, राजस्थान टूरिज्म से जुड़े ट्राइटंस होटल एंड रिजॉर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड व वर्धा एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड नामक दो ग्रुप पर मनी लांड्रिंग के जरिए ज्ञात सोर्स से अधिक राशि जुटाने के आरोप लगे थे. इस मामले में सीएम अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत की कंपनी पर सेल कंपनियों से करोड़ों रुपए मॉरीशस भेजने के आरोप हैं.
क्या है पूरा मामला
ईडी ने इसी साल 29 अगस्त से 31 सितंबर तक जयपुर, उदयपुर, मुंबई और दिल्ली में छापेमारी की थी. ये छापेमारी Trinton Hotels & Resorts और Vardha Enterprises Private Limited के ठिकानों पर FEMA Act के तहत हुईं थीं. इसके साथ ही इन फर्मों के निदेशकों शिव शंकर शर्मा, रत्तन लाल शर्मा और कुछ अन्य लोगों के यहां छापेमारी हुई थी. ईडी ने पिछले महीने एक बयान में कहा, 'हमनें विश्वसनीय जानकारी के आधार पर जांच शुरू की जिसमें ट्राइटन होटल्स एंड रिसॉर्ट्स प्रा. लिमिटेड के शेयर मॉरीशस की एक कंपनी शिवनार होल्डिंग्स लिमिटेड ने ज्यादा प्रीमियम देकर खरीदे. जिसे फेमा प्रावधानों का उल्लंघन करते हुए कई बार संशोधित किया गया. ये भी पता चला कि ट्राइटन समूह विदेश से हवाला लेनदेन में शामिल रहा है. छापेमारी में लगभग 1.27 करोड़ रुपये बरामद किए गए और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स से पता चला कि समूह द्वारा लेनदेन में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी है और बेहिसाब मिले कैश को होटलों को बनाने में निवेश किया गया है.
रतन लाल शर्मा और वैभव गहलोत के बीच संबंध
रतन कांत शर्मा पर अब बंद हो चुकी कार रेंटल कंपनी सन लाइट कार रेंटल में वैभव गहलोत का बिजनेस पार्टनर होने का आरोप है. इससे पहले बीजेपी सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने आरोप लगाया था कि जयपुर के एक होटल का स्वामित्व ट्राइटन होटल्स के पास है. हालांकि वैभव गहलोत ने ईडी के दावों का खंडन किया है. वैभव गहलोत ने पिछले हफ्ते कहा था, 'यह पुराना (12 साल पुराना) आरोप है.'