बारां जिले के समरानियां निवासी परिवार अपनी जमीन का सीमांकन और कब्जा सम्भलवाने की मांग को लेकर पानी टंकी पर चढ़ गया. बुजुर्ग दंपति रविवार दोपहर करीब 12 बजे टंकी पर चढ़ा, और जिला कलेक्टर के आश्वासन पर रात करीब 12 बजे नीचे उतरा. अमृतलाल के पिता के नाम समरानियां कस्बे में नारायणखेड़ा रोड पर 1 बीघा 10 बिस्वा जमीन आवंटित हुई थी. जमीन का इंतकाल खुलवाने और कब्जा दिलवाने की मांग को लेकर परिवार 2019 से ही प्रयासरत था. लेकिन, अधिकारियों के पास गुहार लगाने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही थी.
पूरा परिवार टंकी पर चढ़ा
जब प्रशासन ने सुनवाई नहीं की तो बुजुर्ग अमृतलाल अपनी पत्नी कमला, भाई बाबूलाल और बेटी सविता सिविल लाइंस स्तिथ पानी टंकी पर चढ़ गए. सूचना पर SDM और DSP सहित प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा. प्रशासन पूरे दिन समझाता रहा, लेकिन वह नीचे नहीं उतरे. परिवार जमीन पर से लोगों का कब्जा हटाने और जमीन पर कब्जा दिलाने की मांग पर अड़ा रहा.
रात 11 बजे पहुंचे डीएम
काफी समझाने के बाद भी जब परिवार पानी की टंकी से नीचे नहीं उतरा तो रात 11 बजे के बाद जिला कलेक्टर रोहिताश्व सिंह तोमर और पुलिस अधीक्षक अभिषेक अदांसु मौके पर पहुंचे. इस दौरान जिला कलेक्टर ने परिवार को 3 दिन के भीतर सेटलमेंट टीम से जमीन का सीमांकन कर जमीन सम्भलाने का आश्वासन दिया. जिसके बाद रात करीब 12 बजे परिवार पानी टंकी से नीचे उतरा. इस दौरान मौके पर बड़ी संख्या में प्रशासनिक अमला और लोग मौके पर जुटे रहे.
17 नवंबर को भी चढ़ा था परिवार
यह परिवार 17 नवम्बर को भी इन्हीं मांगों को लेकर पानी टंकी पर चढ़ा था, लेकिन प्रशासन ने आश्वासन के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की थी. इसके बाद परिवार सोमवार को फिर से पानी टंकी पर चढ़ गया था. सिविल डिफेंस और पुलिस की मदद से टंकी नीचे उतारा गया. सभी को जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका मेडिकल कराया गया. मामले में जिला कलेक्टर का कहना है कि परिवार को आवंटित हुई जमीन का आवंटन निरस्त हो चुका है, ऐसे में उन्हें नियमानुसार जमीन आवंटन की प्रक्रिया पूरी की जायेगी. पीड़ित परिवार ने प्रशासन पर उनकी अनदेखी का आरोप लगाया है.
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