उर्जा मंत्री ने कहा- राजस्थान किसानों के फ्री 2000 यूनिट नहीं बंद करेगी सरकार, हम अब बिजली खरीदेंगे नहीं बेचेंग

हीरालाल नागर ने बताया कि सोलर के लिए जो योजना आ रही है उससे करीब अभी 20000 हजार मेगावाट बिजली उत्पादन होगा. जिसमे से 15 हजार मेगावाट राज्य से बाहर जा रहा है.

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Rajasthan News: राजस्थान सरकार के राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार ऊर्जा विभाग हीरालाल नागर एक दिवसीय दौरे पर सोमवार शाम (17 जून) को जयपुर से जोधपुर पहुंचे. जहां मंत्री नागर सर्किट हाउस में कुछ देर रूकने के बाद न्यू पावर हाउस स्थित डिस्कॉम के कॉन्फ्रेंस हॉल में पहुंचे. यहां डिस्कॉम अधिकारियों के साथ ही केबिनेट मंत्री जोगाराम पटेल सहित सभी ने स्वागत किया. जोधपुर संभाग स्तरीय अधिकारियों की बैठक में हीरालाल नागर ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि जो बिजली की समस्या पूरे राजस्थान में जो इस भीषण गर्मी में चल रही है. वो कैसे ठीक रहे हर संभाग और जोनल में जाकर देख रहे हैं. क्या समस्या है क्या कमिया है उसे जानेंगे और उसे दुरस्त करेंगे. 

उन्होंने कहा कि पिछले कार्यकाल में जो कमिया रही उस व्यवस्था को ठीक कर रहे है. वहीं हीरालाल नागर से पूछा गया कि गरीब तबके के लिए या किसानों को जो 2000 यूनिट फ्री देने की बात है क्या उसे सरकार बंद करने की योजना बना रही है? तो इस सवाल पर उन्होंने कहा कि फिलहाल इसे बंद करने को लेकर कोई योजना नहीं है. 

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सोलर योजना का 15 हजार मेगावाट राज्य के बाहर जाएगा

हीरालाल नागर ने बताया कि कांकाणी में 765 केवी जीएसएस बनना था. उसके लिए जमीन आवंटित हो गई है. लेकिन उस पर अतिक्रमण हो गया है और 400 केवी जीएसएस बना था. अब जो नया बन रहा है उसकी चारदिवारी हो चुकी है. बीकानेर और फलोदी में सोलर के लिए जमीन दी है. सोलर के लिए जो योजना आ रही है उससे करीब अभी 20000 हजार मेगावाट बिजली उत्पादन होगा. जिसमे से 15 हजार मेगावाट राज्य से बाहर जा रहा है. हम हमारे राज्य में जो वरदान मिला है. उसका हम उपयोग नहीं कर पा रहे हैं. इसीलिए हम चाह रहे है कि योजना आगे बढ़े और टेंडर आगे बढाएं ताकि इवेंस्टमेंट आए. जिसका हमे आने वाले समय में लाभ मिलेगा.

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राजस्थान बिजली बेचने वाला बनेगा प्रदेश

उन्होंने कहा, सोलर ही नही बल्कि थर्मल भी आगे बढ़े, हम आने वाले 15 से 20 वर्षो के लिए काम कर रहे हैं. हमने 32 हजार मेगावाट का एमओयू किया है. साथ ही 160 लाख करोड़ का एमओयू किया है. जिसमें बड़ा इवेंस्टमेंट आने वाले समय मे चाहे थर्मल हो, सोलर हो, विंड का हो पम्प स्टोरेज का हो सब योजनाओं में आगे रहेंगे. आने वाले समय में बिजली खरीदने नहीं बल्कि बेचने वाला प्रदेश बनेगा राजस्थान. सेंट्रल से फंडिंग मिलती है तो हमें मेक इन इंडिया के पैनल बनाने होंगे. हमारे देश में पैनल बनेंगे तो हमें आयात पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा.

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