अपने ही रुपयों के लिए तीन साल से मिनी बैंक के चक्कर लगा रहे हैं दुगारी के किसान

किसानों ने बैंक में धीरे-धीरे लाखों रुपये जमा किये, लेकिन बैंक के संस्था प्रधान उनके पैसों को देने में टालमटोल कर रहे हैं. अपने पैसों को लेकर किसान पिछले तीन साल से भाग दौड़ कर रहे हैं, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है.

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जिला कलेक्टर को ज्ञापन देने के लिए जुटे किसान
बूंदी:

बूंदी जिले (Bundi District) के नैनवा तहसील के दुगारी गांव में मिनी बैंक द्वारा खाताधारकों को रुपये नहीं देने का मामला सामने आया है. खाताधारक अपने ही पैसों को खाते से नहीं निकाल पा रहे हैं और पिछले तीन साल से बैंक के चक्कर काट रहे हैं.

किसानों का कहना है कि मिनी बैंक के खुलने के साथ ही हमने बैंक में धीरे-धीरे लाखों रुपये जमा किये थे. मगर मिनी बैंक के संस्था प्रधान हमें हमारे ही रुपये नहीं दे रहे हैं और हर दिन बहानेबाजी कर रह हैं. 

लगभग 62 लोगों के पैसे दुगारी के मिनी बैंक में जमा हैं. हम सब लोग तीन साल से रोज चक्कर काट रहे हैं, लेकिन बैंक वाले हमारे पैसे वापस नहीं देर रहे हैं, वे कहते हैं कि हमारे पास पैसे नहीं हैं.

राधेश्याम प्रजापति

खाताधारक, मिनी बैंक

किसानों ने बताया कि इस मामले को लेकर हमने नैनवा एसडीएम कार्यालय में भी ज्ञापन दिया था, मगर हमारी कोई सुनवाई नहीं हुई. हमें खेती के लिए पैसों की आवश्यकता है, लेकिन हम अपने रुपयों को निकलवाने में असमर्थ हो रहे हैं.

इसी संदर्भ में लगभग एक दर्जन की संख्या में ग्रामीण किसानों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर अपनी समस्या बताई और मिनी बैंक में जमा खातेदारों के लाखों रुपये को दिलाने की मांग की.

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