राजस्थान में किसान करेंगे 'चक्का जाम', फसल बचाने के लिए कर रहे हैं अनिश्चितकालीन विरोध प्रदर्शन

राजस्थान के बीकानेर संभाग के श्रीगंगानगर सहित कई जिलों के किसानों ने रबी फसल के लिए इंदिरा गांधी नहर से अतिरिक्त सिंचाई पानी की मांग को लेकर शनिवार को 'चक्का जाम' का आह्वान किया है.

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प्रतीकात्मक फोटो

Rajasthan Farmer Protest: राजस्थान में किसान चक्का जाम करने की तैयारी कर रहे हैं. किसान बीकानेर जिले के लूणकरणसर के किसान भी बीकानेर-श्रीगंगानगर राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम करेंगे. किसानों ने शनिवार (15 फरवरी) को घड़साना टोल पोस्ट पर ‘राष्ट्रीय राजमार्ग-911 और 620 आरडी के पास सतासर राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम करने की घोषणा की है.

राजस्थान के बीकानेर संभाग के श्रीगंगानगर सहित कई जिलों के किसानों ने रबी फसल के लिए इंदिरा गांधी नहर से अतिरिक्त सिंचाई पानी की मांग को लेकर शनिवार को 'चक्का जाम' का आह्वान किया है.

किसान कर रहे अनिश्चितकालीन विरोध प्रदर्शन

बीकानेर जिले के लूणकरणसर के किसान भी बीकानेर-श्रीगंगानगर राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम करेंगे. अतिरिक्त पानी को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों ने यह निर्णय प्रशासन के साथ वार्ता विफल होने के बाद लिया है. किसान अपनी फसलों को बचाने के लिए घड़साना, अनूपगढ़, खाजूवाला और रावला क्षेत्र में अनिश्चितकालीन विरोध प्रदर्शन पर हैं.

नहीं उठाया जा रहा ठोस कदम

किसानों के विरोध प्रदर्शन का समर्थन कर रहीं अनुगढ़ विधायक शिमला देवी ने कहा, 'मैंने फसलों को बचाने के लिए अतिरिक्त पानी की मांग के बारे में राजस्थान विधानसभा सत्र में मुद्दा उठाया था. उन्होंने बताया कि ‘‘हम किसानों की मांग को लेकर जल संसाधन मंत्री और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बातचीत कर रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है.' उन्होंने कहा कि क्षेत्र में अनिश्चितकालीन धरना पिछले कुछ दिनों से चल रहा है और शनिवार को किसान अपने विरोध प्रदर्शन के तहत राजमार्गों को जाम करेंगे.

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उन्होंने कहा कि आश्चर्य की बात यह है कि राजस्थान भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) का सदस्य नहीं है. बीबीएमबी पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली और चंडीगढ़ राज्यों को पानी की आपूर्ति को नियंत्रित करता है.

क्या कह रहे किसान

श्रीगंगानगर जिले के किसान सुभाष बिश्नोई ने कहा, 'अगर हमें अतिरिक्त सिंचाई पानी मिल जाए तो हमारी मेहनत बच सकती है. लेकिन सरकार ने पानी रोक दिया है, जिससे हमारी फसलें सूखने की कगार पर हैं.'

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जिले के एक अन्य गांव किसान अजमेर सिंह ने कहा, 'पानी की कमी के कारण खेतों में खड़ी फसलें सूख रही हैं, जिससे किसानों को भारी नुकसान हो रहा है. कई किसान कर्ज में डूबे हुए हैं. कुछ ने बैंक से कर्ज लिया है, जबकि कुछ ने फसल बोने के समय साहूकारों से पैसे उधार लिए हैं.' उन्होंने कहा कि अब फसल सूखने की कगार पर है और हमारी मेहनत और पैसा बर्बाद होता दिख रहा है.

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