Rajasthan: एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) ने बुधवार को प्रतापगढ़ में गैंगस्टर रोहित गोदारा के सहयोगी गैंग के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की. छापेमारी कर 14 हथियार और 1860 कारतूस बरामद हुए. इसमें कई ऑटोमैटिक हथियार हैं, कुछ हथियार सरकारी फैक्ट्री में बनने वाले हथियारों जैसे हैं. झालावाड़ के राकेश कुमार और एमपी उज्जैन के सलमान खान से हथियार फैक्ट्री के बारे में जानकारी मिली.
सलमान विदेश हथियारों की सप्लाई करता था
ADG दिनेश एम.एन. और DIG योगेश यादव के निर्देशन में प्रतापगढ़ जिले के छोटी सादड़ी क्षेत्र में यह ऑपरेशन चलाया गया. सबसे पहले 28 जून को छोटी सादड़ी-नीमच रोड से हथियार सप्लायर राकेश कुमार को गिरफ्तार किया गया था. पूछताछ में उसने बताया था कि एमपी का सलमान खान विदेशी हथियारों की सप्लाई करता है. पता चला कि सलमान बांसवाड़ा जेल में बंद है. पुलिस ने उसे प्रोडक्शन वारंट पर लिया तो हथियारों की फैक्ट्री का पता चला. सलमान के खिलाफ राजस्थान और एमपी में 16 आपराधिक केस दर्ज हैं.
सलमान का पिता शेर खान था सिपाही
जांच में पता चला कि आरोपी सलमान का पिता शेर खान पठान एमपी पुलिस में सिपाही था. नौकरी के दौरान शेर खान पर हत्या, रंगदारी और आर्म्स एक्ट के मुकदमे हुए थे. साल 1997 में एमपी पुलिस से हुई मुठभेड़ में मारा गया. शेर खान की मौत के बाद बेटे सलमान ने गैंग की कमान संभाली, और पिता के नक्शे कदम लड़ाई-झगड़े शुरू कर दिए. खुद के हिस्से में 90 बीघा पैतृक जमीन होने के बाद भी जमीनों पर कब्जे करने शुरू कर दिए.
फर्जी पासपोर्ट से दुबई गया
सलमान खान पुलिस से बचने के लिए फर्जी पासपोर्ट बनवाकर 2019 में दुबई चला गया. वहां उसकी मुलाकात रोहित गोदारा गैंग से हुई. उसने हथियारों के बारे में बताया. उसके बाद उसका दूसरा फर्जी पासपोर्ट बनवाया गया. उस फर्जी नए पासपोर्ट से भारत वापस भेजा गया, जिससे वह छिपाए हथिया को दूसरी जगह पर भेज सके. वापस आने के बाद वह बांसवाड़ा के एक व्यापारी के रंगदारी के लिए धमकी दी. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
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