
Rajasthan Politics: बिजली कनेक्शन काटे जाने पर आरएलपी सांसद हनुमान बेनीवाल ने सीएम पर नाराजगी जताई. उन्होंने कहा कि मैंने बेढ़म, जोगाराम और सीएम पर आरोप लगाया, इसलिए बदनाम करने के लिए मेरे घर का बिजली कनेक्शन काटा गया. उन्होंने सीएम भजनलाल को चैलेंज करते हुए कहा कि अगर इतना दम है तो भजनलाल मेरा एनकाउंटर करा दीजिए. तब मानूंगा भजनलाल में दम है. या फिर मुझे किसी मामले में अरेस्ट करो. इस तरह की हल्की हरकतों से कुछ नहीं होगा. इस बयान को एक छोटा क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
"कनेक्शन मेरे नाम से है ही नहीं"
हनुमान बेनीवाल ने मीडिया से कहा, "मेरे घर पर भेजकर बिजली कनेक्श कटवाया गया. कहा गया कि जाकर चोरी-छिपे कनेक्शन काट दो या पोल से ही काटकर बता दो, जिससे मीडिया को बता सकें कि हनुमान बेनीवाल का बिजली बिल बकाया है, इसलिए कनेक्शन काट दिया. कनेक्शन मेरे नाम से है ही नहीं. कनेक्शन तो मेरे भाई के नाम से है."
करीब 11 लाख रुपए का बिल बकाया
बिजली विभाग का कहना है कि लंबे समय से करीब 11 लाख रुपए का बिजली बिल बकाया था, जिसके लिए कई बार नोटिस भी दिया गया. इसके बाद भी बकाया जमा नहीं करने पर बिजली कनेक्शन काट दिया गया. जून 2025 तक करीब 11 लाख रुपये का बिजली बिल बकाया है. बिजली विभाग का कोई भी अधिकारी इस पर बोलने के लिए तैयार नहीं है.
हनुमान के भाई को पांच बार नोटिस भेजा
बिजली कनेक्शन हनुमान बेनीवाल के बड़े भाई प्रेमसुख बेनीवाल के नाम से है. अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड की प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि बुधवार (2 जुलाई) को प्रेमसुख बेनीवाल पुत्र रामदेव बेनीवाल का बिजली कनेक्शन काट दिया गया है. जून 2025 तक उनका 10 लाख 75 हजार 6 सौ 58 रुपये का बिजली बिल बकाया था. बिजली बिल जमा करने के लिए हनुमान बेनीवाल के भाई को पांच बार नोटिस दिया गया था. जिस बेनीवाल के भाई प्रेमसुख ने 27 मार्च 2025 को मात्र 2 लाख रुपये का बिजली बिल जमा कराया. बाकी रुपये को किश्तों में जमा करने का आश्वासन दिया था.
समझौता फीस भी जमा नहीं की गई
साथ ही मामले को समझौता समिति में लेने के लिए 27 मार्च को ही आवेदन भी दिया था, लेकिन आज तक समझौता फीस भी जमा नहीं की गई. इसके बाद आज बिजली कनेक्शन को काटने की कार्रवाई की गई है. बिजली विभाग ने बताया कि हनुमान बेनीवाल के भाई प्रेमसुख का विद्युत कनेक्शन काटने के साथ अन्य कनेक्शन भी काटे गए.
यह भी पढ़ें: राजस्थान में जलभराव से निपटने के लिए कंट्रोल रूम स्थापित, ड्रेनेज सिस्टम के साथ बन रही नई सड़कें