इटली से आए विदेशी कोच भारतीय खिलाड़ियों को दे रहे प्रशिक्षण, लेंगे 'वर्ल्ड स्केट गेम्स 2024' में भाग

वर्ल्ड स्केट गेम्स 2024 में भाग लेने वाली भारतीय रोलर एवं इनलाइन हॉकी और इनलाइन डाउनहिल टीम के पूर्व प्रशिक्षण केम्प जोधपुर में 15 दिनों तक आयोजित होगा.

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Rajasthan News: खेल ओर खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए अब विदेश से आए अंतरराष्ट्रीय कोच के द्वारा भारतीय टीम को प्रशिक्षित किया जा रहा है. इटली में आयोजित हो रहे 'वर्ल्ड स्केट गेम्स 2024' में भाग लेने वाली भारतीय रोलर हॉकी और इनलाइन हॉकी, इनलाइन डाउनहिल के प्रशिक्षण के लिए जोधपुर में हॉकी टीमों को इटली के दो विशेषज्ञ प्रशिक्षकों से प्रशिक्षण मिल रहा है. आपको बता दें कि भारतीय रोलर स्केटिंग महासंघ की और से वर्ल्ड स्केट गेम्स 2024 में भाग लेने वाली भारतीय रोलर एवं इनलाइन हॉकी और इनलाइन डाउनहिल टीम के पूर्व प्रशिक्षण केम्प जोधपुर में 15 दिनों तक आयोजित होगा. जिसमें रोलर स्केटिंग रिंक गोशाला मैदान में आयोजित किए जा रहे है. इस वर्ष, रोलर स्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया ने विश्व स्तरीय प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए इटली से दो विदेशी कोच नियुक्त किए हैं. जिसमें निकोला डे स्टेफानो (इनलाइन हॉकी) और अलेसांद्रो बच्चेरोटी (रोलर हॉकी) को नियुक्त किया गया है. 

विभिन्न राज्यो से लगभग 85 खिलाड़ी इसमें भाग ले रहे हैं, जिसमें जोधपुर जिले से भी भारतीय टीम में तीन खिलाड़ियों का चयन हुआ है. वहीं विदेशी कोच के प्रशिक्षण से इनकी कुशाग्रता और बढ़ेगी.

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इटली से आए कोच भी हैं काफी खुश

एनडीटीवी से खास बातचीत करते हुए इटली से आए रोलर हॉकी के कोच अलेसांद्रो बच्चेरोटी ने बताया कि वह इटली की टीम के मुख्य कोच भी रह चुके हैं. अब भारत में आकर उन्हें बहुत अच्छा लगा और इस बार भारत की टीम को प्रशिक्षण देने का भी उन्हें अवसर मिला है. वह उन्हें अंतरराष्ट्रीय मुकाबला के लिए तैयार कर रहे हैं और खिलाड़ियों में भी खासा उत्साह है.अंतरराष्ट्रीय टीम में चयनित हुए रोलर हॉकी के सिल्वर और गोल्ड मेडलिस्ट खिलाड़ियों ने भी एनडीटीवी से खास बातचीत करते हुए कहा कि इस बार फेडरेशन के द्वारा उन्हें अंतरराष्ट्रीय कोच के द्वारा प्रशिक्षण प्रदान कराया जा रहा है. जो काफी तारीफ की बात है.

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जोधपुर में ट्रेनिंग होना गर्व की बात

जोधपुर जिला हॉकी एसोसिएशन के सचिव अजीत सिंह राठौड़ ने बताया कि सबसे पहले यह जोधपुर के लिए यह खास है कि जोधपुर के गौशाला मैदान में अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप अच्छा ग्राउंड बना हुआ है. इसका परिणाम है की दूसरी बार भारतीय टीम को यहां ट्रेनिंग कैंप मिला है. सबसे बेहतर बात यह भी है की जो इटली से विदेशी कोच आए हैं. इससे निश्चित रूप में इस बार भारतीय टीम इस अंतर्राष्ट्रीय मुकाबले में अपना मेडल लगाएगी. जिस प्रकार से खिलाड़ियों को प्रशिक्षण मिल रहा है उससे लगता है कि इस बार गोल्ड मेडल भी लग सकेगा और जोधपुर के लिए दोहरी खुशी यह भी है कि यहां के तीन बच्चों का चयन भी भारतीय टीम में हुआ है.

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