राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शनिवार को उदयपुर दौरे पर रहे. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के 'वोट चोर गद्दी छोड़' बयान को लेकर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की. उन्होंने कहा कि देश को कांग्रेस की विचारधारा की जरूरत है. उन्होंने चुनाव आयोग पर भी हमला किया और कहा कि आयोग का काम शिकायत मिलने पर जांच करना है, न कि बहस करना. जब वोट चोरी के मामले में चुनाव आयोग से सवाल किया जाता है तो उस सवाल का जवाब भाजपा देती है. देश में इस समय अराजकता का माहौल है.
"देश को एकजुट और मजबूत बनाना है"
कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने देश में बढ़ती हिंसा और जाति-धर्म के आधार पर ध्रुवीकरण पर चिंता जताई. उन्होंने जोर दिया कि देश को कांग्रेस की विचारधारा की जरूरत है ताकि सभी धर्म, जाति और भाषा के लोग एक साथ रहें. उनका उद्देश्य देश को एकजुट और मजबूत बनाना है.
"गांधी के विचारधारा को बढ़ा रहे हैं"
गहलोत ने महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के कार्यक्रम में शांति और अहिंसा पर अपने विचार साझा किए. उन्होंने बताया कि राजस्थान शायद देश का एकमात्र राज्य है, जहां शांति और अहिंसा विभाग बनाया गया है. इसका उद्देश्य नई पीढ़ी को महात्मा गांधी के सिद्धांतों पर शिक्षित करना है. उन्होंने कहा कि उनके कार्यकाल में लगभग हर ब्लॉक में 50 से 150 लोगों को प्रशिक्षण दिया गया, जो अब गांधी विचार को आगे बढ़ा रहे हैं.
"गांधी के व्यक्तित्च को नई पीढ़ी तक पहुंचाया जा सके"
गहलोत ने यह भी बताया कि वे अपने दौरे के दौरान गांधी दर्शन समिति की बैठकें कर रहे हैं, जिससे गांधी जी के व्यक्तित्व और कृतित्व को नई पीढ़ी तक पहुंचाया जा सके. उन्होंने महान वैज्ञानिक आइंस्टीन के कथन का जिक्र किया कि आने वाली पीढ़ी को विश्वास भी न हो कि गांधी जैसा व्यक्ति इस धरती पर था.
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