लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी भाजपा, दिल्ली में शुरू हुई अहम मीटिंग, वसुंधरा राजे भी पहुंचीं

भाजपा अब लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई है. दिल्ली में इस समय भाजपा की एक बड़ी बैठक हो रही है. इस बैठक में चुनाव प्रचार का मुख्य एजेंडा और उम्मीदवारों के चयन सम्बन्धी राज्यवार रणनीति पर मंथन हो रही है. मीटिंग में भाग लेने के लिए वसुंधरा राजे भी दिल्ली पहुंची हैं.

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बीजेपी की बैठक में शामिल होने दिल्ली पहुंची वसुंधरा राजे. (फाइल फोटो)

Vasundhara Raje Delhi Visit: हाल ही में संपन्न हुए पांच राज्यों (राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलांगना, मिजोरम ) के विधानसभा चुनाव के बाद अब भाजपा ने आगामी लोकसभा चुनाव 2024 के लिए कमर कसना शुरू कर दिया हैं. बीजेपी के अगले इस लक्ष्य के लिए आज से दो दिन की बैठक भाजपा ने अपने केंद्रीय पार्टी मुख्यालय दिल्ली में बुलाई है.

इस बैठक में भाग लेने राजस्थान की पूर्व CM वसुंधरा राजे बीजेपी पार्टी के केंद्रीय मुख्यालय दिल्ली पहुंच चुकी हैं. इस बैठक में राजस्थान में 25 सीटों पर सिलसिलेवार ढंग से लेकर मंथन किया जायेगा और रैलियों के भी विषय में भी संभवतया बात होगी. आपको बता दें कि इस बैठक में राष्ट्रीय पदाधिकारी समेत अन्य सभी राज्यों के प्रदेश पार्टी अध्यक्ष मौजूद रहेंगे. साथ ही कुछ प्रदेशों के प्रभारी और सह-प्रभारी भी बुलाए गए हैं.

सूत्रों के अनुसार ऐसा माना जा रहा है कि इस बैठक में सभी राज्यों की रिपोर्ट और वहां कीआगामी लोकसभा सम्बन्धी तैयारी की स्थिति का जायजा लिया जा सकता है. इसीलिए उस राज्ये के प्रदेश अध्यक्ष और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष समेत अन्य प्रदेशों के संगठन महामंत्री भी इस मंथन में बुलाए गए हैं.

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बीते मंगलवार यानि 19 दिसंबर को दिल्ली में INDIA अलायंस की मीटिंग में मल्लिकार्जुन खरगे को पीएम फेस घोषित करने का प्रस्ताव भी रखा गया था.

साथ ही साथ पार्टी के ओबीसी, अल्पसंख्यक, महिला और युवा समेत पार्टी के तमाम मोर्चों के अध्यक्षों को भी बुलाया गया है. सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि भाजपा की यह बड़ी मीटिंग ऐसे समय में होने जा रही है, जब विपक्षी गठबंधन (INDIA) अब तक यह तय नहीं कर पाया है कि किस राज्य में कौन कितनी सीटों पर लड़ेगा.

विपक्षी गठबंधन INDIA अलायंस को लेकर सबसे बड़ी चुनौती यह है कि क्षेत्रीय दलों की मजबूती वाले राज्यों में कांग्रेस अपने हिस्से की कितनी सीटें अपने सहयोगी दलों को देने को राजी है. दरअसल महाराष्ट्र, पंजाब, यूपी, बिहार, बंगाल और दिल्ली में क्षेत्रीय दल काफी मजबूत स्थिति में हैं और कांग्रेस यहां भी देश का सबसे बड़ा विपक्षी दल होने के नाते अपना बड़ा शेयर चाहती है. ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि कितनी सीटें किस पार्टी के हिस्से में आती हैं.

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