अजमेर जिले के मांगलियावास थाना क्षेत्र में 24 वर्षीय दलित युवक नितेश वर्मा की मौत ने इलाके को झकझोर दिया है. जयपुर के लूनियावास निवासी नितेश की एक युवती से इंस्टाग्राम पर पहचान हुई थी. बातचीत का सिलसिला बढ़ा, और 7 अक्टूबर 2025 को नितेश युवती से मिलने अजमेर के पास स्थित मायापुर गांव पहुंचा. यह मुलाकात उसकी जिंदगी की आखिरी साबित हुई.
निर्वस्त्र कर घर वापस भेजा
मृतक के मामा ललित किशोर ने बताया कि युवती के परिजनों ने नितेश को पकड़ लिया, उसके हाथ-पैर बांध दिए और बेरहमी से मारपीट की. उसके सिर और मूंछ के बाल काट दिए गए तथा उसे पूरी तरह निर्वस्त्र कर अकेले उसकी मोटरसाइकिल पर बैठाकर गांव से बाहर भेज दिया गया. इस अमानवीय घटना से आहत नितेश मानसिक रूप से टूट गया.
रेलवे ट्रैक पर मिली लाश
8 अक्टूबर की सुबह आदर्श नगर थाना क्षेत्र की रेलवे लाइन के पास नितेश का शव मिला. पुलिस ने शव को जेएलएन अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया. मृतक की पहचान मांगलियावास पुलिस ने नितेश वर्मा के रूप में की. प्राथमिक जांच में सामने आया कि नितेश ने देर रात करीब 1:30 बजे ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या की.
मां और मामा को बनाया बंधक
नितेश के मामा ने बताया कि जब वे मोबाइल लोकेशन के आधार पर मायापुर पहुंचे, तो लड़की के परिजनों ने उन पर भी हमला कर दिया. नितेश की मां और दो दोस्तों को भी बंधक बना लिया गया, और उनसे मारपीट की. इस बर्बरता के बाद पूरे परिवार में दहशत का माहौल है.
दलित युवक के साथ अत्याचार पर गुस्सा
नितेश के मामा ललित किशोर ने आरोप लगाया कि मायापुर निवासी लड़की के पिता फूलचंद, चाचा संतोष और सत्यनारायण गोस्वामी सहित कई लोगों ने उसके भांजे नितेश वर्मा को बंधक बनाकर प्रताड़ित किया. इस मामले में मांगलियावास थाना पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने, अपहरण, मारपीट, बंधक बनाना और एससी-एसटी एक्ट सहित गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है.
पुलिस की जांच जारी, आरोपी फरार
थाना अधिकारी दिनेश चौधरी ने बताया कि मामले में नामजद आरोपियों की तलाश जारी है. पुलिस टीम संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है. परिजनों की शिकायत के बाद मांगलियावास थाना पुलिस ने अजमेर के जवाहरलाल नेहरू अस्पताल के चीरघर में रखें शव का चिकित्सकों द्वारा पोस्टमार्टम कर सब परिजनों को सौंप दिया.
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