Rajasthan: 10 दिन तक चलेगा गगन शक्ति अभ्यास,15 हजार वायुवीर और सैंकड़ों लड़ाकू विमान लेंगे हिस्सा

सैन्य सूत्रों की माने तो 'गगन शक्ति' के तहत उत्तरी और पश्चिमी मोर्चे को संयुक्त रूप से शामिल करते हुए अलग-अलग हिस्सों में वायु सेना अभ्यास करेगी. इतना ही नही इसमें भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान और लड़ाकू हेलिकॉप्टर अलग अलग वायु सेना अड्डे से उड़ान भरेंगे

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प्रतीकात्मक फोटो

Gagan Shakti Maneuvers: हिन्दुस्तान में अब तक का सबसे बड़ा हवाई सैन्य अभ्यास आज से शुरु होने जा रहा है. भारतीय वायुसेना के इस अभ्यास को 'गगन शक्ति - 2024' नाम दिया गया है. जिसका आगाज सोमवार से होने जा रहा है. इस अभ्यास में देश के तमाम वायु सेना स्टेशन की भागीदारी रहेगी.

आज से शुरु होने वाला गगन शक्ति अभ्यास पाकिस्तान व चीन से लगती भारत की सीमाओं पर आगामी 10 दिन तक लगातार चलेगा. आज से लेकर 10 अप्रैल तक चलने वाला अभ्यास जैसलमेर में एशिया की सबसे बड़ी रेंज पोकरण स्थित फील्ड फायरिंग रेंज में होगा.

सैन्य सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि 10 दिन तक चलने वाले इस युद्धाभ्यास में वायु सेना के करीब 15 हजार वायुवीर हिस्सा लेंगे. इस अभ्यास में स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस, राफेल, सुखोई 30, जगुआर, ग्लोबमास्टर, चिनूक, अपाचे, प्रचंड सहित कई लड़ाकू विमान और हेलिकॉप्टर हिस्सा लेंगे. रक्षा मंत्रालय से जारी जरूरी दिशा-निर्देशों के अनुसार इस अभ्यास के लिए भारतीय वायुसेना के सभी हवाई अड्डे सक्रिय किया गया है.

दुश्मन देशों को हिन्दुस्तान की ताकत के कई नमूने पेश करेंगे

गगन शक्ति के तहत देश के जाबांज वायु वीर पाक व चीन से लगती भारत की अंतर्राष्ट्रीय बॉर्डर के समीप अपनी फिल्ड फायरिंग रेंज में युद्ध कौशल,पराक्रम,अदम्य साहस का वीरता का प्रदर्शन करते हुए दुश्मन देशों को हिन्दुस्तान की ताकत के कई नमूने पेश करेंगे. भारतीय वायु सेना की तमाम तैयारियों में भारतीय थल सेना साथ दे रही है.जानकारी के अनुसार थल सेना के करीब 350 अधिकारी व जवान इन तैयारियों में शामिल है.

लड़ाकू विमान और लड़ाकू हेलिकॉप्टर अलग अलगअड्डे से उड़ान भरेंगे

सैन्य सूत्रों की माने तो 'गगन शक्ति' के तहत उत्तरी और पश्चिमी मोर्चे को संयुक्त रूप से शामिल करते हुए अलग-अलग हिस्सों में वायु सेना अभ्यास करेगी. इतना ही नहीं, इसमें भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान और लड़ाकू हेलिकॉप्टर अलग अलग वायु सेना अड्डे से उड़ान भरेंगे और राजस्थान के पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में बनाए गए टारगेट पर निशाना साध दुश्मन के काल्पनिक ठिकानों को पलक झपकते ही राख में तब्दील कर देंगे.

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अभ्यास शुरु होंगा तो पड़ोसी मुल्क में सुनाई देगी इसकी गूंज

यह भी बताया जा रहा है कि सेना मोबिलाइजेशन भी संभालेगी. रक्षा मंत्रालय ने इस अभ्यास के तहत ऑपरेशनल रेल मोबिलाइजेशन प्लान (ORMP) को हरी झंडी दे दी है. इसके तहत करीब 15 हजार वायुसैनिकों और गोला-बारूद की पूरे देश में आवाजाही की सुविधा दी गई.अब जैसे ही यह अभ्यास शुरु होंगा तो पड़ोसी मुल्क में इसकी गूंज सुनाई देगी.साफ संदेश है जो भारत की ओर नापाक नजरें गड़ाए बैठे रहते है कि भारत की आकाशीय सैन्य शक्ति किसी से कम नही है.

मार्च मे ही तीनों सेनाओं ने मिलकर किया था शक्ति युद्धभ्यास

गौरतलब है पिछले मार्च महीने मे ही तीनों सेनाओं ने मिलकर भारत शक्ति युद्धभ्यास किया था.जिसके गवाह बनने स्वयं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह,सूबे के मुख्यमंत्री व स्थानीय दोनो सांसदो के साथ साथ कई देशो के डेलिगेशन भी आए थे.इससे पहले फ़रवरी में इंडियन एयरफोर्स द्वारा वायु शक्ति 2024 के तहत भी अभ्यास किया गया था.

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