Rajasthan Politics: उपचुनाव में खींवसर से बीजेपी की जीत के बाद मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर के बेटे के एक आरोप के बाद राजस्थान की सियासत गरमा गई है. मंत्री के बेटे धनंजय सिंह खींवसर का कहना है कि आरएलपी सांसद हनुमान बेनीवाल को खींवसर में बीजेपी की जीत नागवार गुजरी है. धनंजय सिंह ने हनुमान बेनीवाल पर एमपी एलडी फंड से होने वाले विकास कार्यों को रद्द करवाने का आरोप लगाया है. उन्होंने इस निर्णय को निराशा और द्वेषपूर्ण राजनीति करार दिया है.
हनुमान बेनीवाल पर द्वेषपूर्ण राजनीति का आरोप
भजनलाल सरकार में मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर के बेटे धनंजय सिंह ने बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "खींवसर की जनता द्वारा कमल रूपी विकास को चुनने का निर्णय माननीय को इतना नागवार गुजरा है कि द्वेषपूर्ण राजनीति की पराकाष्ठा कर दी गई है. यह कृत्य बेहद निंदनीय है."
धनंजय सिंह ने आगे लिखा कि एमपी एलएडी फंड से होने वाले विकास कार्यों को रद्द करवाने के इस निर्णय में माननीय की निराशा और द्वेषपूर्ण राजनीति पूर्णतया झलक रही है. यह निर्णय खींवसर के विकास और जनता की आशाओं, आकांक्षाओं को प्रभावित करेगा.
27 नवंबर 2024 को नागौर जिला परिषद कार्यालय के एक आदेश में कहा गया कि सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना के अंतर्गत पूर्व में प्रशासनिक स्वीकृति जारी की गई थी. उक्त कार्यों को निरस्त करवाने के लिए सांसद से पत्र दिनांक 26 नवंबर 2024 प्राप्त हुआ. अत: पूर्व में जारी कार्यों की प्रशासनिक स्वीकृति की जाती है.
उल्लेखनीय हो कि हनुमान बेनीवाल अभी नागौर के सांसद है. चुनाव में पत्नी की हार के बाद उनका एक बयान भी वायरल हुआ था जिसमें वो यह कह रहे थे कि MLA नहीं बने तो क्या हुआ, MP तो मैं ही हूं. खींवसर सहित राजस्थान की जनता के मुद्दोंं को लोकसभा में उठाऊंगा.
खींवसर से हनुमान बेनीवाल की पत्नी कनिका की हार
हनुमान बेनीवाल ने 2023 के विधानसभा चुनाव में खींवसर से जीत दर्ज की थी. नौगार से सांसद बनने के बाद बेनीवाल ने खींवसर के विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद उपचुनाव में आरएलपी के टिकट पर हनुमान बेनीवाल की पत्नी कनिका बेनीवाल चुनाव लड़ रहीं थी. 23 नवंबर को घोषित किए गए उपचुनाव के नतीजे में बीजेपी के रेवंत राम डांगा को खींवसर से जीत मिली.
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