राधिका खेड़ा के बयान पर गजेंद्र सिंह शेखावत का कांग्रेस पर हमला, बोले- फिर चेहरा बेनकाब हुआ...

राधिका खेड़ा के आरोपों पर गंजेंद्र सिंह शेखावत ने मंगलवार को कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए कहा कि कांग्रेस का चाल, चरित्र और चेहरा एक बार फिर से उजागर हुआ है.

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गजेंद्र सिंह शेखावत (फाइल फोटो)

Radhika Kheda: राधिका खेड़ा के आरोप को लेकर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला है. शेखावत ने कहा कि एक बार फिर से कांग्रेस का चाल, चरित्र और चेहरा उजागर हुआ है. कांग्रेस की न्याय यात्रा में किस तरह के षड्यंत्र होते थे. किस तरह से महिलाओं की इज्जत को तार-तार किया जाता था. 

'किस तरह से शराब पार्टियां होती थीं'

गंजेंद्र सिंह शेखावत ने मंगलवार को कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए कहा कि कांग्रेस का चाल, चरित्र और चेहरा अनेक बार उद्घाटित हो चुका है. राधिका खेड़ा के बयानों से एक बार फिर स्पष्ट हो गया है कि न्याय यात्रा में किस तरह के षड्यंत्र होते थे. किस तरह से महिलाओं की इज्जत को वहां तार-तार किया जाता था. किस तरह वहां पर शराब पार्टियां होती थीं. उन्होंने कहा कि यह सबके सामने है. उन्हीं की पार्टी से आए नेताओं ने इसे स्पष्ट किया है.

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दरअसल में राधिका खेड़ा ने कांग्रेस के नेताओं पर गंभीर आरोप लगाते हुए 5 मई को पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. राधिका ने आरोप लगाया कि उनके साथ बंद कमरे में बदतमीजी हुई, लेकिन उनकी मदद के लिए कोई आगे नहीं आया. राहुल गांधी से लेकर प्रियंका गांधी सभी से मदद की गुहार लगाई थी. 
 

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सचिन पायलट को लेकर राधिका खेड़ा ने क्या कहा?

राधिका ने कहा था कि मैं अपनी मां को अयोध्या लेकर गई और राम मय हो गई. ध्वज लगाया तो कांग्रेस के लोग विरोध में आ गए. मुझे हर जगह अपमानित किया जाने लगा. मेरे चरित्र पर सवाल उठाया जाने लगा. जब छत्तीसगढ़ गई, तो वहां के मीडिया प्रमुख शराब ऑफर करने लगे. सचिन पायलट और जयराम रमेश को यह बात भारत जोड़ो यात्रा के दौरान बताई. 30 तारीख को छत्तीसगढ़ पार्टी मुख्यालय में सुशील आनंद शुक्ला ने मुझसे बदतमीजी की, लेकिन मदद के लिए कोई नहीं आया. 

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उन्होंने बताया कि मैं चिल्लाई... दरवाजा बंद कर दिया गया. एक मिनट तक कमरा बंद रहा. मैं चीखती रही पर कोई मदद के लिये सामने नहीं आया. मुझसे लगातार बदसलूकी की गई. बहुत मुश्किल से भागकर निकली. सबसे शिकायत की... किसी ने मेरी बात नहीं सुनी. वो वाक्‍श सोचती हूं, तो रोंगटे खड़े हो जाते हैं. मैंने घटना की जानकारी लगभग सभी बड़े कांग्रेसी नेताओं को दी, लेकिन किसी ने मदद का हाथ नहीं बढ़ाया."

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