Encroachment action in Gangapur City : राजस्थान के गंगापुर सिटी में बजरिया स्थित सोनी बाबा स्क्वायर इलाके में नगर परिषद ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई की. इसके तहत साल 2002 में मुख्यमंत्री रोजगार योजना ( MUkyamantri Rojgaar Yojna) के तहत आवंटित दर्जनों कियोस्क दुकानों को सोमवार को JCB से गिराया गया. कार्रवाई के दौरान इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया था, ताकि किसी तरह की अव्यवस्था या विरोध की स्थिति पैदा न हो.
लीज खत्म होने के बाद भी नहीं हटाई दुकानें तो JCB से गिरावाया
सुबह होते ही नगर परिषद की टीम मौके पर पहुंची और कार्रवाई शुरू की. जानकारी के मुताबिक, ये कियोस्क दुकानें साल 2002 में रोजगार देने के लिए अलॉट की गई थीं. नगर परिषद ने इन्हें 10 साल की लीज पर दिया था, लेकिन तय समय पूरा होने के बाद भी कई लोगों ने इन्हें खाली नहीं किया. इस बारे में समय पर नोटिस भी जारी किए गए थे. इसके बावजूद जब कोई जवाब नहीं मिला तो प्रशासन को यह कार्रवाई करनी पड़ी.
रेलवे स्टेशन के डेवलपमेंट के लिए कार्रवाई थी जरुरी
इसके अलावा नगर परिषद के अधिकारियों ने बताया कि गंगापुर सिटी रेलवे स्टेशन इलाके में ब्यूटीफिकेशन और डेवलपमेंट का काम तेजी से चल रहा है. ऐसे में स्टेशन परिसर और आस-पास के इलाकों को मॉडर्न लुक देने के लिए बजरिया में लगे इन कियोस्क को हटाना जरूरी था. यह जगह डेवलपमेंट प्रोजेक्ट की सीमा में आने की वजह से लंबे समय से रुकावट बनी हुई थी. जिसके कारण लीज खत्म होने के बाद नगर परिषद की टीम ने सोमवार सुबह JCB और ट्रैक्टर-ट्रॉली यह कार्रवाई की.
पुलिस बल की घेराबंदी में हुई कार्रवाई
विरोध को देखते हुए पुलिस ने क्षेत्र को चारों ओर से घेर कर कार्रवाई की. जिसपर कई कियोस्क धारक मौके पर पहुंचकर इसके रोकने की अपील की. और कुछ ने नाराजगी भी जाहिर की. इस पर अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि इन कियोस्क की लीज अवधि समाप्त हो चुकी है.इसी कारण इसे आमजन की निजी संपत्ति नहीं माना जा सकता. यह निर्णय पहले से ही सार्वजनिक था और सभी को कार्रवाई की जानकारी भी समय पर दे दी गई थी. लेकिन को बार-बार नोटिस देने के बाद भी कोई वैध जवाब प्रस्तुत नहीं किया गया. जिसपर यह कार्रवाई करनी पड़ी.
कार्रवाई में ध्वस्त हुए 31 कियोस्क
इस पूरी कार्रवाई के दौरान, करीब 31 कियोस्क (दुकानों) को जेसीबी की मदद से ध्वस्त कर दिया गया. ध्वस्तीकरण की इस पूरी प्रक्रिया की वीडियो रिकॉर्डिंग भी की गई. इस मौके पर उपखंड अधिकारी एवं कार्यवाहक आयुक्त नगर परिषद बृजेंद्र मीणा, तहसीलदार अजय मीणा, और नगर परिषद के दर्जनों अधिकारी तथा कर्मचारी दल प्रशासनिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए मौजूद थे. पुलिस अधिकारियों और स्थानीय प्रशासनिक टीम की उपस्थिति ने सुनिश्चित किया कि यह बड़ी कार्रवाई बिना किसी अप्रिय घटना के शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो जाए.
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