GBH अस्पताल प्रबंधन का विधायक फूल सिंह मीणा पर गंभीर आरोप, कहा- निजी दुश्मनी निकाल रहे...

जब प्राधिकरण की टीम GBH अस्पताल की बिल्डिंग को सीज करने पहुंची तो वहां पर मौजूद स्टॉफ ने कहा कि यदि इसे सीज किया तो स्टाफ मरीजों को छोड़कर बाहर आ जाएगा.

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फाइल फोटो

Rajasthan News: विधानसभा में उदयपुर के जीबीएच हॉस्पिटल (GBH Hospital) में अवैध निर्माण का मुद्दा उठने के बाद बुधवार को उदयपुर विकास प्राधिकरण की टीम सीज की कार्रवाई करने पहुंची. इस बीच अस्पताल प्रबंधन ने उदयपुर ग्रामीण विधायक पर गंभीर आरोप लगाया है. इधर अस्पताल के कर्मचारियों और स्टूडेंट के विरोध के बावजूद प्राधिकरण ने अस्पताल के कुछ हिस्सों को सीज कर दिया है. कुछ हिस्सों पर कार्रवाई करना बाकी है.

ग्रामीण विधायक पर लगा ये आरोप

अस्पताल प्रशासन ने सीज कार्रवाई का विरोध करते हुए विधायक फूल सिंह मीणा पर गंभीर आरोप लगाया है. अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि उदयपुर ग्रामीण विधायक व्यक्तिगत दुश्मनी निकाल रहे हैं. जब टीम बिल्डिंग को सीज करने पहुंची तो वहां पर मौजूद स्टॉफ ने कहा कि यदि इसे सीज किया तो स्टाफ मरीजों को छोड़कर बाहर आ जाएगा और इसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी. इस दौरान पुलिस और मौके पर इकट्टा लोगों के बीच कहासुनी देखने को मिली. लोग टीम को अस्पताल के अंदर नहीं जाने देने पर अड़ गए.

विधानसभा में उठा अवैध निर्माण का मुद्दा

दरअसल, विधानसभा में 22 जुलाई को उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा ने बेड़वास के जीबीएच अस्पताल में अवैध निर्माण का मामला उठाया था. इस पर यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने सदन में कहा था कि 72 घंटे में अवैध बने भवनों को सीज कर दिया जाएगा और इसकी पालना कर संबंधित एजेंसी को विधानसभा सचिवालय को सूचित करना होगा. उन्होंने कहा कि इस भूखण्ड पर भवन निर्माण की स्वीकृति न्यास की ओर से 4 जुलाई 2014 को जारी की गई थी, जिसके तहत जीबीएच हॉस्पिटल में स्वीकृत मानचित्र अनुसार निर्माण स्वीकृति जारी की गई थी.

स्वीकृति के विरुद्ध हुआ अवैध निर्माण

मंत्री खर्रा ने बताया कि इस निर्माण के सम्बन्ध में वर्तमान में निर्मित भवन की जांच की गई, जिसमें मौके पर स्वीकृति के अतिरिक्त नर्सिंग हॉस्टल में भूतल और 8 तल साथ ही प्रोफेसर भवन में भूतल औप 9 तल के स्वीकृति के विरूद्ध अवैध निर्माण पाया गया है. बताया जा रहा है कि अस्पताल में अभी 650 मरीज भर्ती हैं और 60 से ज्यादा मरीज ICU में हैं. इसके अलावा यहां 2500 का स्टाफ है. 

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विरोध के बीच कुछ हिस्सा सीज

तहसीलदार शर्मा ने बताया कि GBH हॉस्पिटल के कैंपस के पीजी हॉस्टल की चौथी मंजिल से 8वीं मंजिल तक के भाग को सीज कर दिया, जबकि रेजिडेंट परिसर में भी 2 बिल्डिंग की ऊपर की मंजिल को भी सीज किया है. उन्होंने बताया कि जितना भी अवैध निर्माण किया गया है, अभी उसे सीज किया जायेगा. मरीजों की बात आने के बाद यूडीए की टीम अस्पताल में सीज की कार्रवाई नहीं कर पाई. जब तक मरीजों के लिए कोई ऑप्शन नही मिलता, तब तक मुख्य अस्पताल के अवैध निर्माण को सीज नही करेंगे.

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