Teachers Day Special: प्रिंसिपल अनिता जांगिड़ ने मई 2018 में ज्वाइन किया. तब लगभग 480 छात्राओं का एडमिशन था. अब करीब 600 छात्राएं पढ़ रही हैं. उन्होंने 6 सालों में स्कूल की तस्वीर बदल दी. इनमें भामाशाहों के सहयोग से बरामदे और दो कक्षाओं का निर्माण, क्षतिग्रस्त कमरों की मरम्मत, सोलर लाइट सिस्टम, 32 CCTV कैमरे, डिजिटल लाइब्रेरी, 4 अत्याधुनिक शौचालय, शुद्ध पेयजल के लिए जल मंदिर, और छात्रों के लिए खेल सामग्री शामिल हैं. इसके अलावा, प्राथमिक स्तर के बच्चों के लिए रंगीन फर्नीचर और स्कूल परिसर का सुंदरीकरण भी किया गया है. स्कूल का चयन प्रधानमंत्री की पीएमश्री योजना में भी हुआ है.
पीएमश्री योजना से होगा स्कूल का विकास
जिला शिक्षा अधिकारी जितेंद्र बठला ने बताया कि स्कूल को पीएमश्री योजना के मानकों के अनुसार चयनित करने में स्टाफ का विशेष योगदान रहा है. इस योजना के तहत केंद्र सरकार लगभग 2 करोड़ रुपए के विकास कार्य करवाए जाएंगे, जिससे स्कूल में शैक्षणिक और सहशैक्षणिक गतिविधियों में और अधिक सुधार होगा. कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय छात्रावास से भी बालिकाओं के शिक्षा के स्तर में वृद्धि होने की उम्मीद है.
संवेदनशील मुद्दों पर भी दी जाती है विशेष जानकारी
शिक्षा के अलावा, प्रधानाचार्या जांगिड़ और उनके स्टाफ द्वारा छात्राओं को सामाजिक और संवेदनशील मुद्दों पर जागरूक किया जाता है. उन्हें समाज में बढ़ते अपराधों के बारे में जानकारी दी जाती है, जिसमें 'गुड टच' और 'बैड टच' जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे शामिल हैं. स्कूल में छात्राओं के शारीरिक और मानसिक विकास को ध्यान में रखते हुए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन भी होता है. प्रधानाचार्या जांगिड़ हर दिन बारी-बारी से छात्रों को अकेले में बुलाकर भी उनसे बात करती हैं, जिससे छात्राएं खुलकर अपनी बात कह सके.
नशे की लत आजकल छात्रों के बीच बढ़ रही है
अनिता जांगिड़ का मानना है कि नशे की लत आजकल छात्रों के बीच बढ़ रही है, इसलिए स्टाफ खेलों के महत्व और नशे से बचने के उपाय भी समय-समय पर छात्राओं को बताए जाते हैं. उनकी यह पहल न केवल शिक्षा के क्षेत्र में बल्कि, सामाजिक विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है.
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