गुलाब दास जी की बगीची से बाबा रामदेव जी मंदिर तक शाही अंदाज में निकली भव्य कलश यात्रा

23 सितंबर को इच्छापूर्ण बालाजी मंदिर से रामदेव जी मंदिर तक निशान पदयात्रा का आयोजन हुआ. सोमवार को मंदिर पुजारी पालाराम सहित शहर के गणमान्य लोगों की मौजूदगी में गुलाब दास जी की बगीचे से भव्य कलश यात्रा निकाली जाएगी.

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भव्य कलश यात्रा निकालते भक्त
सीकर:

सीकर शहर के नजदीकी उदयदास की ढाणी स्थित बाबा रामदेव जी मंदिर कमेटी की ओर से रामदेव जी की जयंती के अवसर पर हर वर्ष की भांति इस बार भी मेले का आयोजन किया जा रहा है. इसी के तहत आज शहर के रामलीला मैदान स्थित गुलाब दास जी की बगीची से बाबा रामदेव जी मंदिर उदयदास की ढाणी तक शाही अंदाज में भव्य कलश यात्रा निकाली गई. कलश यात्रा के दौरान करीब आधा दर्जन भगवान रूपी जीवंत झांकियां भी सजाई गई.

कलश यात्रा रामदेव जी मंदिर के पुजारी पलाराम के सानिध्य में शहर के रामलीला मैदान स्थित गुलाब दास जी की बगीची से रवाना हुई, जो शहर के घंटाघर, जाट बाजार, तापड़िया बगीची, कल्याण सर्किल, राधा किशनपुरा होते हुए मंदिर परिसर पहुंची. जहां अनेक धार्मिक आयोजन हुए.

रामदेवजी को हिंदू भगवान कृष्ण का अवतार माना जाता है.वहीं, मुसलमान उन्हें रामशाह पीर के रूप में मानता है. ऐसी मान्यता है कि उनके पास कई चमत्कारी शक्तियां हैं. 

एडवोकेट रतन सैनी ने जानकारी देते हुए बताया कि हर वर्ष की भांति इस बार भी रामदेव जी के मंदिर में 3 दिन तक अनेक धार्मिक आयोजन किए जा रहे हैं. इसी के तहत पहले दिन 22 सितंबर को भारत माता स्कूल से रामदेव जी मंदिर तक विशाल निशान पदयात्रा निकाली गई.

वहीं, बीते दिन भी 23 सितंबर को इच्छापूर्ण बालाजी मंदिर से रामदेव जी मंदिर तक निशान पदयात्रा का आयोजन हुआ. सोमवार को मंदिर पुजारी पालाराम सहित शहर के गणमान्य लोगों की मौजूदगी में गुलाब दास जी की बगीचे से भव्य कलश यात्रा निकाली जा रही है. जो उदयदास की ढाणी स्थित रामदेव जी मंदिर पहुंचेगी,जहां पर प्रसाद वितरण और रात्रि को भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा.

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वहीं, मंगलवार रामदेव जी महाराज की जयंती के अवसर पर सुबह को चमत्कारी जोत और हवन आयोजन किया जाएगा. इसके बाद भंडारा में भव्य सत्संग का आयोजन होगा. कलश यात्रा के दौरान पूर्व विधायक रतन जलधारी, भाजपा नेता एवं समाज सेवी भंवरलाल जांगिड़ शाहिद बड़ी संख्या में महिला और पुरुष मौजूद रहे.

रामदेवरा मंदिर जैसलमेर का एक प्रमुख धार्मिक जगह है. ऐसा माना जाता है कि 1459 ई में इस स्थान पर बाबा रामदेवजी ने समाधि थी, जिसके बाद बीकानेर के महाराजा गंगा सिंह ने यहां समाधि के चारों ओर मंदिर का निर्माण कराया. यह मंदिर राजस्थान के लोक देवता बाबा रामदेवजी को समर्पित है.

यह मंदिर जोधपुर-जैसलमेर मार्ग पर पोकरण से 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. रामदेवजी को हिंदु भगवान कृष्ण का अवतार माना जाता है वही मुसलमान उन्हें रामशाह पीर के रूप में जाना जाता है. उनके पास कई चमत्कारी शक्तियां हैं. 

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